बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में बुधवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा फहराने के दौरान बड़ा हादसा हुआ. यहां झंडोत्तोलन के दौरान एक बच्चे की 11 हजार वोल्ट के बिजली की तार के चपेट में आने से मौत हो गई. वहीं, उसके पास खड़े तीन बच्चे बुरी तरह जख्मी हो गए, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. घटना जिले के नाथूपुर प्राथमिक विद्यालय की है. दरअसल, सरकारी आदेश के बावजूद 73 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्कूल में झंडोत्तोलन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
परिजनों ने कही ये बात
इसी क्रम में झंडा फहराने के दौरान स्कूल के बच्चे बिजली की तार के चपेट में आ गए, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई. जबकि तीन बच्चे बुरी तरह घायल हैं. घटना की जानकारी देते हुए बच्चों के परिजनों ने बताया कि बच्चे स्कूल में झंडा फहराने के लिए पहुंचे थे. तभी झंडे वाले पाइप में करंट आ गया, जिसकी चपेट में स्कूली बच्चे आ गए. इस घटना के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, बच्चों के परिवार वालों का रो-रोकर बहुत बुरा हाल है.
इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद बिहार सरकार के पूर्व मंत्री संतोष निराला और राजपुर के वर्तमान कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. दोनों ने घटना के पीछे बिजली विभाग की लापरवाही बताई और मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही. वहीं, घटना से आक्रोशित लोगों ने इटाढ़ी-बक्सर मुख्य मार्ग को जाम कर जमकर हंगामा किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
स्कूल खोलने की आखिर किसने दी इजाजत
रोड जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया और मुआवजे का आश्वासन दिया. बक्सर सदर एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इधर, ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय के ऊपर से बिजली के हाई वोल्टेज तार के गुजरने को लेकर कई बार बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है. बावजूद इसके अब तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
हालांकि, इस घटना के बाद ये सवाल उठता है कि जब कोरोना के मद्देनजर स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है तो फिर स्कूल में कार्यक्रम किसके आदेश पर आयोजित किया गया.
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