दरभंगा: विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में सभी पार्टियां जनता को अपने पक्ष में करने के लिए कई हथकंडे अपना रही है. इसी क्रम में दरभंगा के गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों एक ऐसी पाठशाला देखने को मिल रही है, जहां नेताजी शिक्षा के बहाने महादलित बच्चों के बीच बीजेपी का चुनाव चिन्ह बना कॉपी, कलम बंटवा कर अपनी पहचान बढ़ा रहे हैं. करोना काल मे जहां सारे स्कूल बंद हैं वहीं इस बीच बच्चों को इकठ्ठा कर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं.
दावेदारी मजबूत करने के लिए अपना रहे हथकंडा
दरअसल, दिल्ली से पूर्वांचल मोर्चा की राजनीति करने वाले राजीव ठाकुर अब बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं. अगर यह सीट बीजेपी की हो जाए तो टिकट की आस में बैठे नेता जी अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए हर हथकंडे अपना रहे है. कभी यज्ञ तो कभी बच्चों की शिक्षा. शिक्षा भी ऐसी जिसमें अपने नाम का डंका बजाने से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं नीतीश की शिक्षा बच्चों को दे रहे हैं.
खाद्य मंत्री हैं मौजूदा एमएलए
महादलित टोले में दलित बच्चों के बीच बीजेपी की सिम्बल वाली कॉपी कलम वितरण से साफ पता चल रहा है कि टिकट की आस लगाए नेताजी इन बच्चों को क्या पाठ पढ़ा रहे हैं. नेताजी की माने तो गौड़ा बौराम की सीट बीजेपी की होनी चाहिए. आपको बता दें कि वर्ष 2015 में आरजेडी-जेडीयू गठबंधन ने मिलकर एनडीए के घटक दल एलजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें जेडीयू के अभी बिहार सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने चुनाव जीता था.
मंत्री जी नहीं कर पाए क्षेत्र का विकास
नेताजी का कहना है अपने पांच साल के कार्यकाल में मंत्री जी क्षेत्र में विकास का कोई भी कार्य नहीं कर पाए. ऐसे में इस बार के चुनाव में बीजेपी को यह सीट मिलनी ही चाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिलांचल के विकास का एक अलग ही सपना देखा है. ऐसे में दूसरे दल के पास सीट जाने से विकास संभव नहीं है.