ब्रह्मोस मिसाइल का नेतृत्व करने वाले कैप्टन कमरूल जमां के परिजन हुए सम्मानित, CM नीतीश ने की बात
सीएम ने कैप्टन के पिता को कमरूल जमां की अच्छी परवरिश व तालीम देने के साथ ही देशभक्त बनाने के लिए उनकी तारीफ की,साथ ही बेटे की उपलब्धि के लिए पिता मुस्तफा को बधाई दी.
सीतामढ़ी : 26 जनवरी को लालकिला पर झंडोत्तोलन के दौरान परेड में ब्रह्योस मिसाइल का नेतृत्व करने वाले कैप्टन कमरूल जमां के पिता मुस्तफा खान से गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने दूरभाष पर बात की. सीएम ने कैप्टन के पिता को कमरूल जमां की अच्छी परवरिश व तालीम देने के साथ ही देशभक्त बनाने के लिए उनकी तारीफ की,साथ ही बेटे की उक्त उपलब्धि के लिए पिता मुस्तफा को बधाई दी.
इसी बीच विधान पार्षद सह जदयू अल्पसंख्यक सेल के प्रदेश अध्यक्ष तनवीर अख्तर कैप्टन के परिजन से मिलने उनके घर आए और कैप्टन के पिता को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उन्होने सीएम नीतीश कुमार को दूरभाष पर जानकारी दी तो सीएम ने कैप्टन के परिजन से बातचीत कर उन्हें बधाई दी.
कैप्टन के पिता के साथ हीं क्लास टीचर भी सम्मानित
विधान पार्षद एमपी हाई स्कूल, डुमरा पहुंचे.आग्रह कर कैप्टन के शिक्षक रहे जकी अहमद को बुलाया और उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. हाई स्कूल के तमाम शिक्षक कमरूल जमां की उपलब्धि पर काफी खुश नजर आने के साथ ही गौरवान्वित महसूस कर रहे थे.
तृतीय श्रेणी से किया था बोर्ड पास
डुमरा प्रखंड के तलखापुर के मुस्तफा खान के पुत्र कमरूल जमां ने कैप्टन का मुकाम हासिल कर जिले के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे युवाओं को एक तरह से यह संदेश भी दिया है कि आर्थिक रूप से कमजोर होने व मध्यम वर्ग में पले - बढ़े होने के बावजूद अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो बड़ा से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है.
एमपी हाई स्कूल के शिक्षक मनीष कुमार ने बताया कि कमरूल जमां वर्ष -2003 में उनके स्कूल में कक्षा सात का छात्र था. उसने वर्ष 2007 में तृतीय श्रेणी से मैट्रिक परीक्षा पास की थी. कमरूल जमां ने 2009 में इंटर (विज्ञान) प्रथम श्रेणी से पास किया था .शिक्षक ने बताया, वर्ष 2012 में कमरूल जमां ने आर्मी ज्वाइन किया था. सेना की ओर से पुणे में बी.फार्मा किया. 2018 में इंडियन डिफेंस एकेडमी द्वारा उसे कैप्टन बनाया गया और यही वह लाल है जो गत दिन गणतंत्र दिवस पर ब्रह्योस मिसाईल का नेतृत्व किया .