पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना पर बात करने लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर समय मांगा था. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री की ओर से समय दे दिया गया है. मुख्यमंत्री ने इसी महीने पीएम मोदी को पत्र लिखा था, जिसका जवाब उन्हें दिया गया है. नीतीश कुमार ने गुरुवार को ट्वीट कर मुलाकात की तारीख के बारे में बताया है.
नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा, “जाति आधारित जनगणना करने के लिए बिहार के प्रतिनिधि मंडल के साथ आदरणीय प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था. आदरणीय प्रधानमंत्री का बहुत बहुत धन्यवाद कि 23 अगस्त को मिलने का उन्होंने समय दिया.” अब यह तय हो गया है कि जातीय जनगणना को लेकर नीतीश कुमार की मुलाकात प्रधानमंत्री से होगी. बता दें कि मुख्यमंत्री के अलावा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखा था. उन्होंने भी मिलने का समय मांगा था.
दो बार विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हुआ था प्रस्ताव
गौरतलब हो कि बिहार विधानसभा से दो बार जातीय जनगणना को लेकर प्रस्ताव पारित किया जा चुका है. सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में मांग की गई थी कि साल 2021 में होने वाली जनगणना में जातीय आंकड़े दिए जाएं. सबसे पहले साल 2019 में विधानसभा में एक प्रस्ताव पास किया गया था और दूसरी बार बीते साल फरवरी में विधानसभा की तरफ से इस प्रस्ताव को पारित किया गया था. नीतीश कुमार ने कहा था कि हर तबके का विकास हो, इसलिए आवश्यक है कि जातीय आंकड़े को जनगणना में लिया जाए. लालू यादव भी इसकी मांग करते आए हैं.
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