Caste Census: जातिगत गणना पर BJP ने उठाया सवाल, उपजाति के मुद्दे पर सीएम नीतीश को घेरा
Sanjay Jaiswal Statement: बिहार में शनिवार से जातिगत गणना शुरू हो गई. इसको लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शनिवार को सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला.
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पटना: जातिगत गणना (Caste Census) को लेकर बिहार की राजनीति में खूब बयानबाजी हो रही है. इसको लेकर बीजेपी (BJP) नीतीश सरकार (Nitish Kumar) पर कई सवाल भी उठा रही है. वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने शनिवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने आज कहा है कि उपजाति की जनगणना नहीं होगी. नीतीश कुमार को सामने आकर बताना चाहिए कि उपजाति की जनगणना क्यों नहीं होगी?
नीतीश कुमार की याददाश्त कमजोर हो गई है- संजय जायसवाल
संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार अपने स्वार्थ के कारण उपजाति की जनगणना नहीं करवा रहे हैं. नीतीश कुमार से अनुरोध है कि वो झूठ बोलना बंद करें. वह बताएं कि उपजाति का अर्थ क्या है? वहीं, आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की याददाश्त जरूरत से ज्यादा कमजोर हो गई है. जब नीतीश कुमार डेलिगेशन लेकर प्रधानमंत्री से मिलने गए थे, तो उनके साथ विधायक जनक चमार भी गए थे.
'नीतीश कुमार नाटक कर रहे हैं'
आगे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार अगर नाटक कर रहे हैं तो वह बहुत ही शर्मनाक बात है. बीजेपी सबसे ज्यादा जातीय जनगणना का समर्थन कर रही है. नीतीश कुमार सही में जनगणना करवाकर बिहार वासियों को लाभ देना चाहते हैं? जातिगत जनगणना को लेकर नीतीश कुमार नाटक कर रहे हैं, जिससे बिहार की जनता को कोई फायदा नहीं होगा. हरियाणा के परिवार पहचान पत्र और अंत्योदय सरल मॉडल बिहार में भी लागू होना चाहिए. वहीं, नीतीश कुमार की समाधान यात्रा को उन्होंने समय पास यात्रा बताया.
पहले चरण में घरों की गिनती होगी
बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना शनिवार से शुरू हो गई. पहला चरण 7 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगा. दूसरा चरण 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा. जातियों की गिनती का काम दो चरणों में पूरा होगा. पहले चरण में घरों की गिनती होगी. इसके अलावा घर के मुखिया और परिवार के सदस्यों के नाम भी दर्ज किए जाएंगे. दूसरे चरण में जातियों की गिनती होगी. जातीय जनगणना पर राज्य सरकार के 500 करोड़ खर्च होंगे.
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