पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटाले (Land For Job Scam) मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सीबीआई (CBI) ने नौकरी घोटाले के लिए तत्कालीन रेल मंत्री के विशेष अधिकारी सहित 3 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया है. सीबीआई ने तीन आरोपितों अशोक कुमार, बबीता कुमारी और भोला यादव (Bhola Yadav) के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है. 


भोला यादव लालू प्रसाद यादव के निजी सचिव थे. विशेष लोक अभियोजक ने कहा कि भोला यादव लालू के सचिव थे, वे ही प्रबंधन कर रहे थे और उनके निर्देश ही अधिकारियों तक जाते थे. भोला यादव के कंप्यूटर से कुछ दस्तावेजी साक्ष्य भी प्राप्त किए गए थे.


सीबीआई ने लालू परिवार के खिलाफ दायर किया है आरोप पत्र


बता दें कि अदालत ने मामले में बीते वर्ष पूर्व केंद्रीय रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ समन जारी किया था. सीबीआई ने इस घोटाले में लालू, राबड़ी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ अक्टूबर 2022 में मुख्य आरोप पत्र दायर किया था.


ये है मामला


वहीं, लैंड फॉर जॉब स्कैम, यह घोटाला साल 2004 से 2009 के बीच का है, उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे. ऐसा दावा है कि लालू ने इस पद पर रहते हुए लोगों को रेलवे में नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी. यह 14 साल पुराना मामला है लेकिन इसे लेकर 18 मई 2023 को सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई के अनुसार, जब लालू यादव रेल मंत्री थे उस वक्त रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया जाता था और उन लोगों के परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब उन्हें जमीन के बदले रेगुलर कर दिया गया.


सीबीआई के अनुसार बिहार की राजधानी पटना में लालू यादव के परिवार ने इसी तरह 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कब्जा कर रखा है. सीबीआई के अनुसार इन जमीनों को लालू परिवार ने नकद देकर खरीदा था और उस वक्त इन जमीनों को  बेहद कम दामों में बेचा गया था.


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