(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chaiti Chhath 2022: चैती छठ का दूसरा दिन, सुबह से उपवास के बाद शाम में खरना पर खीर रोटी का प्रसाद ग्रहण करेंगे व्रती
छठ पूजा में खरना का विशेष महत्व होता है. मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी को जलाकर खीर बनाई जाती है. इस खीर को गुड़ के साथ पूरी निष्ठा और शुद्धता के साथ बनाते हैं.
पटनाः पूरे प्रदेश में चैती छठ (Chaiti Chhath 2022) को लेकर तैयारी दिख रही है. चार दिन के इस महापर्व की शुरुआत मंगलवार (पांच अप्रैल) को नहाय खाय के साथ शुरू हो चुकी है. आज बुधवार को इस महापर्व का दूसरा दिन खरना है. छठ व्रती पूरे दिन उपवास रहने के बाद शाम में गुड़ से बनी खीर और रोटी प्रसाद में ग्रहण करेंगे. इसके बाद व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा. कल गुरुवार को पहला अर्घ्य और शुक्रवार को सुबह का अर्घ्य दिया जाएगा.
खरना का छठ में खास महत्व
छठ पूजा में खरना का विशेष महत्व होता है. व्रतियों द्वारा नहाय खाय के दिन ही पूरे घर को पवित्र कर लिया जाता है. अगले दिन खरना के लिए तैयारियां शुरू हो जाती हैं. खरना में व्रतियों द्वारा सुबह में स्नान करके भगवान की पूजा की जाती है. पूरे दिन उपवास होने के साथ शाम में मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी को जलाकर खीर बनाई जाती है. इस खीर को गुड़ के साथ पूरी निष्ठा और शुद्धता के साथ बनाते हैं.
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
इधर, चैती छठ को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत तमाम नेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं. नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा- "चैती छठ के अवसर पर राज्यवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं. छठ आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचलगामी और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं. यह पर्व सभी के लिए सुख, समृद्धि एवं शांति लेकर आए."
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने लिखा- "लोक आस्था के महापर्व चैती छठ पूजा के दूसरे दिन खरना की हार्दिक शुभकामनाएं. आज खरना के साथ ही छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा. समस्त छठ व्रतियों के इस कठिन तप पर भगवान सूर्य से प्रार्थना है कि सभी की मनोकामनाएं पूर्ण हो."
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