पटना: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी के नए अध्यक्ष चिराग पासवान जहां पार्टी के संगठन में बदलाव में जुटे हैं, वहीं पार्टी से नाराज लोगों पर अन्य दलों की नजर है. एलजेपी के कई नेता हाल ही में कांग्रेस जैसी पार्टी का दामन थाम चुके हैं. एलजेपी के पूर्व महासचिव केशव सिंह का कहना है कि दर्जनों नेता अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ गुरुवार को जनता दल यूनाइटेड में शामिल होंगे. उन्होंने दावा किया कि यह अभी ट्रेलर है, अभी आगे तो पूरी फिल्म बाकी है.
केशव सिंह ने कहा कि एलजेपी के कई सांसद पार्टी छोड़कर अन्य दलों में शामिल होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि एलजेपी में कोई भी रहना नहीं चाहता. सिंह ने बताया कि चिराग की अपनी महत्वाकांक्षा ने चुनाव में एलजेपी की नैया डुबोई.
चिराग पासवान के लिए बड़ी चुनौती
उल्लेखनीय है कि हाल में ही एलजेपी के सांसद चंदन कुमार सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं. इसके पहले एलजेपी के राज्य में एकमात्र विधायक राजकुमार भी जदयू के नेता और मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात कर चुके हैं. इधर, एलजेपी के प्रवक्ता अशरफ अंसारी कहते हैं कि एलजेपी बड़ी पार्टी है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान के कुशल नेतृत्व में पार्टी अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने में जुटी है.
इधर, जदयू के प्रवक्ता निखिल मंडल कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सभी लोग काम करना चाहते हैं. अगर किसी भी पार्टी के लोग जदयू की नीति के चलने का संकल्प लेकर पार्टी में आना चाहते हैं, तो क्यों नहीं आ सकते. बहरहाल, एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान के लिए नाखुश लोगों को पार्टी में बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है. देखना है कि वे इससे कैसे निपट पाते हैं.
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