BJP Reaction on Chandrashekhar Azad Statement: भीम आर्मी प्रमुख और नगीना लोकसभा सीट के नवनिर्वाचित सांसद चंद्रशेखर आजाद के एक विवादित बयान का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बिहार में भी सियासत गरमा गई है. बिहार में जहां बीजेपी ने चंद्रशेखर आजाद को नया मुल्ला बनने की बात कह दी है. वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले में आरजेडी ने बीजेपी पर हमला किया तो धार्मिक मामलों में समर्थन किया है.


बिहार बीजेपी के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने चंद्रशेखर आजाद के बयान पर हमला करते हुए सोमवार (01 जुलाई) को कहा, "भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद जी नया-नया मुल्ला बने हैं इसलिए प्याज कुछ ज्यादा खा रहे हैं. ज्यादा प्याज खाने से कोई सेहतमंद नहीं होता है. चंद्रशेखर आजाद अपने आस्तीन पर सनातन विरोधी होने का तगमा लगाना चाहते हैं. "


प्रभाकर मिश्रा ने कहा, "अगर वह ऐसा सोचते हैं कि सनातन का विरोध करके दलितों का वह बड़ा नेता बन जाएंगे तो यह उनकी भारी भूल है. दलित समाज सनातन धर्म का अटूट अंग है. चंद्रशेखर जी लोगों को गुमराह कर के नगीना सीट से जीत तो गए लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है. किसी धर्म विशेष की तुष्टिकरण के लिए सनातन धर्म का अपमान नहीं करें. चंद्रशेखर जी बताएं कि कांवड़ यात्रा के दौरान किस अस्पताल को बंद किया जाता है, किस रास्ते को बंद किया जाता है, बल्कि आम लोगों को सहूलियत के लिए दूसरा रास्ता दिया जाता है."


पूरे मामले पर क्या है आरजेडी का स्टैंड?


आरजेडी ने शेखर आजाद का खुलकर विरोध नहीं किया तो सपोर्ट भी नहीं किया है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद ने क्या कहा है वह तो हम नहीं कह सकते हैं, लेकिन हमारे देश में कहा गया है सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा, क्योंकि हम लोग सभी धर्म का सम्मान करते हैं. हमारे नेता तेजस्वी यादव ने कई मौके पर कहा है कि हमारी पार्टी सभी धर्म का सम्मान करती है. हमारा सबसे बड़ा धर्म ग्रंथ संविधान है. सभी धर्म के त्योहार में हम लोग मिलते-जुलते हैं. सभी के त्योहारों में शरीक होते हैं. हालांकि बीजेपी शासित राज्यों में कुछ बातें रहती हैं, लेकिन वह नहीं होना चाहिए.


सांसद चंद्रशेखर आजाद ने क्या कहा है?


दरअसल चंद्रशेखर आजाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है. इसमें वह लोगों को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि मैंने अपनी बात कई बार नेशनल मीडिया में पूछी है कि अगर हिंदू धर्म की आस्था है कि दस दिन कांवड़ चलता है, फिर सारे होटल और अस्पताल बंद हो जाते हैं. अस्पताल बंद होने से कोई कहीं और जगह जाता है. कितनी परेशानी होती है, लेकिन उनकी आस्था को देखते हुए लोग सहते हैं. अगर ईद वाले दिन 20 मिनट के लिए नमाज हो रही है तो पहले होने नहीं देंगे.


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