पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय जो हाल ही में आरजेडी छोड़ जेडीयू में शामिल हुए हैं ने मंगलवार को एबीपी न्यूज से खास बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने तेजप्रताप यादव को भगौड़ा घोषित किया. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ऐश्वर्या राय कहां से चुनाव लड़ेगी, यह वह खुद तय करेंगी. तेजस्वी और तेजप्रताप का क्या भविष्य होगा इसपर भी अपनी बातें रखीं. वहीं नीतीश कुमार की ओर से जेडीयू के वर्चुअल रैली में लालू परिवार के पारिवारिक विवाद पर की गई टिप्पणी के संबंध में भी बात की.


मुख्यमंत्री कभी किसी के फैमिली मैटर में नहीं बोलते


चंद्रिका राय ने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी फैमिली मैटर में इंटरफेयर नहीं करते हैं. लेकिन जब उनको जानकारी हो कि किस तरह का ट्रीटमेंट वहां ऐश्वर्या के साथ हुआ है, तो वो काफी मर्माहत थे. मैं मुख्यमंत्री का स्वभाव जानता हूं कि वो फैमिली मैटर में हस्तक्षेप नहीं करते हैं. उन्होंने इस मामले में किया भी नहीं है. बावजूद तेज प्रताप के गिड़गिड़ाने पर उन्होंने एक फ्लैट भी देने का काम किया."


ऐश्वर्या के दुख से मर्माहत थे मुख्यमंत्री


उन्होंने कहा, "मैं भी आश्चर्यचकित था कि कल मुख्यमंत्री इतने मर्माहत थे कि उन्होंने ऐश्वर्या के दुख को देखते हुए अपने आप को रोक नहीं पाए और उन्होंने ये बात कहा. वो तो पहले भी मेरे पिताजी के बारे में कहा करते थे कि वो काफी बड़े आदमी थे. अच्छे मुख्यमंत्री रहे गरीबों के लिए बहुत काम किया."


लालू परिवार ने सभी को किया दरकिनार


लालू परिवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "वो जिनको भी समझते थे कि ये हमारे परिवार के लिए खतरा हो सकते हैं उन्होंने उन सारे लोगों को शुरू से ही दरकिनार करने का काम किया. फिर भी कुछ लोग जातीय उन्माद में साथ रहे. लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव से ही सारे लोग दरकिनार होते गए और उन्हें सारे लोगो ने छोड़ने का भी काम किया."


संपत्ति बढ़ाने के लिए यादवों का किया इस्तेमाल


चंद्रिका राय ने कहा, "आप पिछले चुनाव को देखकर समझ सकते हैं कि यादवों ने उन्हें किस तरह छोड़ा. कहीं 20 प्रतिशत तो कहीं-कहीं 50 प्रतिशत तक यादवों ने छोड़ने का काम किया. कहीं-कहीं पर यादव बाहुल्य क्षेत्र से भी ये तीन लाख से अधिक वोटों से हारे हैं. इस चुनाव में भी वहीं बात रिपीट होगा. अब लोगों ने समझ लिया है कि इन्होंने यादवों का इस्तेमाल सिर्फ अपने परिवार और पारिवारिक संपत्ति को बढ़ाने के लिए किया है."


लोगों का इनपर से उठ गया विश्वास


उन्होंने कहा, " इसके पीछे सभी चीजें हैं, इनकी परिवार की पार्टी बन गई है और इन्होंने अनएजुकेटेड को ही चुनने का काम किया. पहले तो लोगों ने सोचा नौंवी पास है या फेल जो भी हो पर अपना यूथ लीडर का काम करेगा. लेकिन ये सारे चीजों में फ्लॉप रहे. लोकसभा का चुनाव हारे तो तीन-चार महीने बाहर ही बैठ गए. किसी चीज में रुचि नहीं दिखाई. ऐसे में लोगों का उनपर से विश्वास ही उठ गया, अगर ये किसी अच्छे व्यक्ति को चुनकर उसको लीडरशिप सौंपते तो निश्चित रूप से आरजेडी स्ट्रांग होती."


तेज प्रताप के लिए कोई सीट सेफ नहीं


तेज प्रताप यादव के हसनपुर से चुनाव लड़ने के संबंध में उन्होंने कहा, " तेजप्रताप कहीं से भी चुनाव लड़े, बिहार में उनके लिए कहीं भी सेफ सीट नहीं है. सीट छोड़ने से क्या हसनपुर में उनका स्वागत होगा? जो एक भगोड़ा आदमी है और कास्ट कॉम्बिनेशन से भी जो अच्छा सीट था महुआ उसको छोड़कर भाग रहा है, तो क्या हसनपुर में लोग इसका स्वागत करेंगे? वहां कोई काम ही नहीं किया, कभी वहां गया नहीं तो क्या उसे लोग माला पहनाने का काम करेंगे? नहीं लोग उसको बुरी तरह से हराने का काम करेंगे."


हसनपुर की जनता नहीं देगी साथ


उन्होंने कहा, " मुझे अच्छा लगता कि जिन लोगों ने पब्लिक को धोखा देने का काम किया, जिसने इतने अरमान से महुआ में उन्हें जिताने का काम किया और उन्हें स्वास्थ्य विभाग प्राप्त हुआ था पर कुछ दिखा नहीं सके और क्षेत्र को छोड़कर भागने का मतलब ही यही है कि आपने कोई काम नहीं किया और ऐसे भगोड़े आदमी को हसनपुर की जनता या कहीं की भी जनता माला पहनाने वाली नही है."


ऐश्वर्या अपनी मर्जी से ले फैसला


ऐश्वर्या राय के चुनाव लड़ने के संबंध में उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या से मेरी बात अभी नहीं हुई है और अगर वो चाहेगी चुनाव लड़ना तो हमलोग उसके साथ है. वहीं तेज प्रताप के वीडियो दिखाने वाले बयान के संबंध एमें उन्होंने कहा कि वो जो भी करना चाहते हैं करें. किसी ने उन्हें रोका है क्या? मैं तो कहता हूं कि ये उसकी आदत है और वो अपनी मां-बहनों का भी वीडियो बनाता है, तो जो करना है करे. हमलोगों ने कोई गलती नहीं की है और उसका इस तरह से बात करना दर्शाता है कि एक संस्कारहीन व्यक्ति ही ऐसी बातें कर सकता है. इस तरह का संस्कारहीन काम वो पूर्व में भी कर चुका है."


नीतीश कुमार के सामने तेजस्वी की कोई कद नहीं 


उन्होंने कहा, " नीतीश जी के कद के सामने तेजस्वी कहीं स्टैंड नहीं करते. जो काम नीतीश जी ने किया वो अभूतपूर्व काम है. उन्होंने 15 साल में जिस तरह के हालात थे, जो लॉ एंड ऑर्डर का सिच्युएशन था, जो सड़को और बिजली की स्थिति थी या आप किसी भी मायने में देखे तो सभी चीजें जर्जर थीं और बस एक परिवार को फायदा हो रहा था लालू परिवार को और सारे जगहों पर खत्म था. लॉ एंड ऑर्डर एक आने मार्ग तक ही सीमित था. सड़क केवल एयरपोर्ट से उनके घर तक था, बिजली भी केवल उनके घर तक था. इस तरह के हालात थे और एक से डेढ़ साल के अंदर में नीतीश जी के आने के बाद लॉ एंड ऑर्डर पर उन्होंने लगाम लगाया."


अपराध का कोई नियंत्रण नहीं किया जाता था


चंद्रिका राय ने कहा, " फिरौती के रकम की जानकारी मुझे नहीं है, लेकिन ऐसा मुझे भी सुनने में आया पर मैंने कभी विश्वास नहीं किया, लेकिन अब कभी भी विश्वास नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है. ऐसी बहुत सी जानकारियां है मेरे पास लगता था कि वहां कहीं ना कहीं अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं किया जाता था. सारे यादवों ने मिलकर लालू यादव को बनाया, आरजेडी में सभी का सहयोग था, हमारा और जयवर्धन यादव सबका खून पसीना लगा था."


अब यादव भी उनके साथ नहीं है


उन्होंने कहा, " अकेले उनमें कुछ नहीं है. 2010 में राबड़ी देवी के कर्म क्षेत्र में ही 22 हजार वोट से लोगों ने उन्हें हराया था. जनता ने राघवपुर से उन्हें हटाने का काम किया तो अकेले किसी का पवार नहीं होता और अब सभी बिखर गए हैं. कोई शक्ति नहीं रही. महुआ में ये 30 हजार से पीछे रहे, राघवपुर से जो मुख्यमंत्री के उम्मीदवार थे वो महज दो सौ से तीन सौ वोट से आगे रहे तो ये सारी बातें दिखाती हैं कि अब यादव उनके साथ नहीं है."


ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा ड्रामा


उन्होंने कहा, " मैं कोई भविष्य नहीं देखता हूं, अगर ये ईमानदारी से काम किए होते तो निश्चित ही इनका भविष्य होता. लेकिन जहां तक आजकल के जमाने में ऐसे लोगों का बहुत कम भविष्य है, जिनकी जानकारी बहुत कम है एजुकेशन बहुत कम है समझदारी बहुत कम है केवल ड्रामा करने से बहुत दिन चलने वाला नहीं है."