(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chanpatia Startup Zone: बिहार की इस योजना से प्रभावित हुए तेजस्वी, साड़ियों की डिजाइन देख की तारीफ
Tejashwi Yadav: चनपटिया स्टार्टअप जोन की शुरुआत कोरोना काल में हुई थी. इसके जरिए कई लोगों को रोजगार मिले हैं. इसका डंका देश विदेश में बज रहा.
पटना: बिहार सरकार सूबे में कई तरह की योजनाएं चला रही जिसमें कई स्टार्टअप भी शामिल हैं. इसमें पश्चिम चंपारण का चनपटिया स्टार्टअप जोन (Chanpatia Startup Zone) सुर्खियों में है. देखा जाए तो इसे बिहार का सबसे बड़ा स्टार्टअप कहा जा रहा. हाल ही में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी इसका निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने डिजाइनर साड़ियों की तारीफ भी की. साड़ियों के डिजाइन से तेजस्वी काफी प्रभावित दिखे. वह खुद अपने हाथों से साड़ियों की क्वालिटी चेक करते नजर आए. साथ ही इस स्टार्टअप की भी जमकर तारीफ की.
चनपटिया स्टार्टअप जोन का बारीकी से मुआयना
रविवार को तेजस्वी के ट्विटर अकाउंट पर इस स्टार्टअप के भीतर की कई तस्वीरें शेयर की गई हैं. इसमें तेजस्वी ने यहां की खासियत का भी जिक्र किया है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बनने वाले उत्पाद बाजार से सस्ते एवं गुणवत्तापूर्ण है. इसलिए इनकी मांग देश और विदेशों में भी है. उत्पादन एवं निर्यात में भी बिहार सरकार मदद कर रही है. लिखा कि पश्चिम चम्पारण दौरे पर चनपटिया स्टार्टअप जोन का निरीक्षण कर वहां कामगारों, उद्यमियों और श्रमवीरों से बात की. उद्यमियों के उत्पादों का बारीकी से मुआयना किया.
लहंगे, साड़ी सूट का लिया जायजा
तेजस्वी ने कहा कि इस स्टार्टअप जोन के शुरू होने से रोजगार सृजन हो रहा है. इससे पलायन रुकेगा और लोगों को अपने ही जिले में रोजगार मिलेगा. इस तरह की व्यवस्था बिहार के अन्य जिलों में भी की जाएगी. सरकार की ओर से नए उद्यमियों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर,भूमि एवं भवन की व्यवस्था कर अन्य सुविधा मुहैया कराई जाएगी. बता दें कि तेजस्वी को यहां की चीजें काफी पसंद आई. उन्होंने लहंगे से लेकर साड़ी, सूट तक के सेक्शन चेक किए. हाथों से उसकी बारीकियों की जांच की.
कोरोना में उदासी के बीच उम्मीद की किरण बनकर उभरा स्टार्टअप
चनपटिया स्टार्टअप जोन का डंका पूरे देश में बज रहा है. इसकी असल शुरुआत कोरोना काल में हुई. जब प्रवासी मजदूर वापस लौटे तो उनको क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था. इस दौरान मजदूरों की स्किल मैपिंग हुई. इसके बाद ही चनपटिया को स्टार्टअप जोन में बदलने की पूरी कहानी शुरू हुई. इसमें कई लोग कार्य करते हैं. अलग अलग मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ये लोग हाइली स्किल्ड हैं. ये वेयरहाउस काफी समय से खाली पड़ा था.
कोरोना के वक्त जब प्रवासियों के टैलेंट का पता चला तो इसका एक हिस्सा स्टार्टअप हब में कन्वर्ट कर दिया गया. अब इसमें लोग अपने अपने प्रोडक्ट बनाते हैं. उसे बाहर भेजते हैं. विदेशों में भी यहां की चीजें एक्सपोर्ट होती हैं. बड़ी बड़ी कंपनियों को भी इसके लिए बुलाया जा रहा है ताकि हर शहर में यहां से सप्लाई हो सके. चनपटिया स्टार्टअप से कई लोगों की जिंदगी बदली है. कोरोना काल में काम धंधा ठप हो जाने के बाद लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी. इस स्टार्टअप ने कई लोगों को नई उम्मीद दी और जॉब दिया है.
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