छपरा: जिले के तरैया-मसरख एसएस-73 सड़क को गंडार पुल पर मंगलवार को फेनहारा गद्दी के सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने बांस, बेंच आदि लगाकर जाम कर दिया. इस वजह से एसएच के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. इधर, सड़क जाम की सूचना पाकर दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे तरैया थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों को समझा-बुझा कर जाम खुलवाने का काफी कोशिश की, लेकिन उनकी कोशिश विफल रही, जिसके बाद उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को सूचना दिया गया.


बाढ़ पीड़ितों का आरोप था कि अभी भी उनके घरों में बाढ़ का पानी लगा हुआ है, जिस कारण वे लोग सड़क किनारे और बांध पर शरण लिए हुए हैं. बावजूद इसके प्रशासन की ओर से तीन-चार दिन से कम्युनिटी किचन को बंद कर दिया गया है, वहीं जनरेटर की लाइट भी काट दी गई है, जिस कारण हमें भूखे पेट अंधेरे में रात काटनी पर रही है. साथ ही हमें किसी तरह का कोई सरकारी लाभ नहीं मिल रहा है. सरकारी सहायता के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है.


आक्रोशित बाढ़ पीड़ित घटनास्थल पर स्थानीय मुखिया और सीओ को बुलाने की मांग कर रहे थे. इधर, सूचना पाकर मसरख थाने के पुलिस पदाधिकारी बड़ी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल के साथ पहुंचे और आक्रोशितों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे. घंटों तक एसएच जाम होने की वजह से दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लगी रही. धूप में कराह रहें बाइक चालक जब बाइक लेकर चलना चाह रहे थें तब आक्रोशित उनपर लाठी-डंडा बरसाने लगते थे, इसी बीच कई बाइक चालकों और आक्रोशितों से बकझक भी हुई.


पुलिस के लगातार प्रयास और सीओ द्वारा फोन पर बाढ़ पीड़ितों को आश्वासन दिए जाने के बाद करीब पांच घंटे बाद जाम खुला, तब जाकर आवागम सुचारू हो सका. स्थानीय लोगों का कहना था कि सड़क जाम करना कानूनन गलत हैं, इस वजह पुलिस ने कई लोगों पर केस भी दर्ज किया है.