Chapra: 'कमरा बंद कर उतरवाए कपड़े फिर....' प्रधानाध्यापक पर नाबालिग छात्राओं का आरोप, ग्रामीणों ने कर दी धुनाई
Bihar News: लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को देते हुए प्रधानाध्यापक को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
छपरा: बिहार के छपरा के एक सरकारी स्कूल में 58 साल के प्रधानाध्यापक पर नाबालिग छात्राओं से छेड़खानी की कोशिश करने के आरोप लगाए गए हैं. आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने 9 से 11 साल की छात्राओं के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया. घटना शुक्रवार की बताई जा रही है. हालांकि प्रधानाध्यापक ने कहा कि उन्हें हटाने के लिए साजिश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार दोपहर बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक कुमार आनंद बिहारी कक्षा 4 की नाबालिग छात्राओं के साथ कमरे को बंद करके अश्लील हरकतें करने लगा. छात्राओं का यह भी आरोप है कि प्रधानाध्यापक के द्वारा डरा धमका कर उन्हें निर्वस्त्र कर दिया गया. इसके बाद डरा धमका कर उनके साथ अश्लील हरकतें प्रधानाध्यापक द्वारा शुरू की गई.
एक छात्रा ने मचाया शोर, सबको दी मामले की जानकारी
इस घटना के बाद एक छात्रा ने विरोध किया और दरवाजा खोलकर बाहर शोर मचाकर आसपास के लोगों को बताने लगी. विद्यालय के अन्य शिक्षकों को भी बताया. तब तक ग्रामीण भी पहुंच गए. ग्रामीणों ने भी प्रधानाध्यापक का विरोध किया. स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश का माहौल देखने को मिला. आसपास के लोगों की भीड़ बढ़ने लगी. सभी छात्राएं नग्न अवस्था में पाई गई. ग्रामीणों ने छात्राओं को कपड़े पहनाए. प्रधानाध्यापक कुमार आनंद को रूम से खींच कर बाहर निकाल कर ग्रामीणों ने पिटाई कर दी और फिर प्रधानाध्यापक को बंधक भी बना लिया.
प्रधानाध्यापक को पुलिस के हवाले किया
लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय थाने की पुलिस को देकर प्रधानाध्यापक को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस मामले की छानबीन और जांच में जुटी है. भेल्दी थाने की प्रभारी विभा रानी ने कहा कि किशुनपुर प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक के खिलाफ गांव के लोगों ने नाबालिग छात्राओं से छेड़खानी के आरोप में शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
क्या है आरोपी प्रधानाध्यापक का कहना
अपने ऊपर लगाए गए आरोप पर प्रधानाध्यापक कुमार आनंद बिहारी द्वारा बताया गया है कि गांव के लोग दारु- शराब स्कूल में रखते हैं. दारू -शराब का विरोध करने के कारण उनको फंसाया गया है. वहीं प्रधानाध्यापक का यह भी कहना था कि 26 जनवरी को स्कूल में झंडा भी नहीं फहराने दिया गया. इस प्रकरण के बाद साजिश के तहत उन्हें हटाने की कोशिश की जा रही है. प्रधानाध्यापक ने यह भी कहा कि मेरे साथ मारपीट और बदतमीजी भी की गई है.
घटना को लेकर क्या कहते हैं छपरा के जिलाधिकारी
शिक्षा के मंदिर में हुई इस घटना के बाद छपरा के जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया है कि घटना की जानकारी मुझे नहीं है. घटना की जानकारी लेकर जो भी दोषी है उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि मामला काफी गंभीर है. इसकी गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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