Chhapra Lynching News: छपरा के मांझी थाना क्षेत्र में मुखिया प्रतिनिधि पति के लठैतों के हाथों तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई (Lynching) में एक व्यक्ति की मौत का मामला गहराता जा रहा है. इस बीच मांझी थाना (Manjhi Police Station) क्षेत्र में घटना के विरोध में हंगामा रुकने का नाम नहीं ले रहा है .इसके साथ ही अब बिहार पुलिस एक्शन मोड में दिख रही है.  पटना पुलिस मुख्यालय (Patna Police Head Quarter) से आदेश जारी कर मांझी प्रखंड क्षेत्र में धारा 144 (Article 144) के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. इसके साथ ही पुलिस ने कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है. आइए जानते हैं इस घटना से जुड़ी 10 बड़ी बातें. 


1. इलाके में लगाई गई धारा 144

तीन युवकों की पिटाई में एक युवक की मौत के बाद इलाके में भारी तनाव व्याप्त है. हालात को देखते हुए पुलिस ने सारण के मांझी थाना में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू कर दी है.  इसके साथ ही प्रशासन ने जिले के बाहर से भी BSAP, STF आदि बलों को मंगाकर भारी संख्या में इलाके में तैनात कर दिए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने कानून-व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. 


2. इलाके में हो रही है फोटोग्राफी

पुलिस ने कहा है कि इलाके में वीडियोग्राफर भी लगाए गए हैं. हर घटना की वीडियोग्राफी करवाई जा रही है. पुलिस ने कहा कि जो भी किसी तरह की गड़बड़ी में लिप्त पाया जाएगा उनके खिलाफ वीडियो के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. इस बीच छपरा के सदर डीएसपी (DSP) एमपी सिंह ने कहा कि अब हालत नियंत्रण में है. पुलिस ने कहा है कि घटना के बाद हत्या, उपद्रव  या उन्माद फैलाने के दोषियों के फरार रहने की स्थिति में तुरंत उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.


3. पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर, दो गिरफ्तार

इस पूरे मामले में अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी देते हुए छपरा के सदर डीएसपी (DSP) एमपी सिंह ने कहा कि इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें से दो को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि मुख्य अभियुक्त मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव फरार है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बचे आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए DSP (HQ) के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है. 


4. थानाध्यक्ष को किया गया निलंबित 

दो फरवरी यानी गुरुवार को मुबारकपुर पंचायत के पोल्ट्री फार्म में बंधक बनाकर तीन युवकों की लाठी डंडों से पिटाई में एक युवक की मौत के बाद इलाके में हुई तोड़-फोड़ और आगजनी की घटना के बाद पुलिस ने बड़ी विभागीय कार्रवाई की है. सारण एसपी ने इस मामले में जांच के बाद मांझी थानाध्यक्ष देवानंद को निलंबित कर दिया है. 


5. उपद्रवियों के खिलाफ भी पुलिस ने कसा शिकंजा

तीन युवकों की पिटाई और एक युवक की मौत के बाद कानून हाथ में लेने वालें के खिलाफ भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने उपद्रव करने वाले को चिह्नित करके एफआईआर दर्ज की गई है . इसके साथ ही पुलिस ने चेतावनी दी है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की ओर से कहा गया है कि इलाके में वीडियोग्राफर तैनात कर दिए गए हैं. गड़बड़ी करने वाले लोगों एवं उनमें संलिप्त लोगों की लगातार वीडियो बनाए जा रहे हैं. इसके बाद इसके आधार पर इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, पुलिस ने पीड़ितों के परिजनों के हिंसा की घटना में शामिल होने से इनकार किया. पुलिस ने बताया कि बाहरी लोगों ने मुखिया प्रतिनिधि के इलाके में आकर तोड़फोड़ और आगजनी की है. यह लोग घटना से आक्रोश में थे, इसलिये यह सब किया. 


6. आक्रोशित लोगों ने की थी आगजनी

गौरतलब है कि तीन युवकों की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को मुखिया पति के घर और पोल्ट्री फार्म को आक्रोशित लोगों ने आग के हवाले कर दिया था. दरअसल, तीनों युवक की बेरहमी से पिटाई और एक की मौत के बाद मांझी प्रखंड के दूसरे गांवों के लोग भी गुस्से में हैं. इस बीच रविवार को आक्रोशित लोगों ने मुबारकपुर पंचायत के सीधरिया टोला में मुखिया पति विजय यादव के पोल्ट्री फार्म को आग के हवाले कर दिया गया था. इसके साथ ही विजय यादव के घर में भी आग लगा दी गई थी. इसके अलावा उपद्रवियों ने तीन अन्य घरों को भी आग के हवाले कर दिया था. इस दौरान भीड़ ने वाहनों को भी क्षति पहुंचाई थी. इसके साथ ही पुलिस पर उग्र भीड़ ने पथराव भी कर दिया था जिसमें एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए थे. बताया जाता है कि यहां लगभग तीन घंटे तक हंगामा चला, जिसके बाद पटना पुलिस मुख्यालय ने बड़ा एक्शन लिया तब जाकर हालात सामान्य हुए. 


7. घटना पर गरमाई सियासत

सारण जिले के छपरा स्थित मांझी थाना क्षेत्र में तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई में एक व्यक्ति की मौत मामले को लेकर अब राजनीति भी गरमा गई है. इस पूरे मामले पर लोजपा रामविलास के प्रवक्ता डॉ. विनीत सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार के राज्य में कुछ ही जातियों को विशेषाधिकार प्राप्त है. बाकी जातियां राम भरोसे है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब प्रताड़ित परिवार पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की. पीड़ितों की काफी मिन्नतों के बाद एफआईआर दर्ज की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस डरती है, क्योंकि मुखिया पति विजय यादव और  स्थानीय विधायक का रसूख हावी है. 


8. परिवार ने आरोपों को बताया झूठा

मृतक अमितेश सिंह के पिता जय प्रकाश सिंह ने कहा कि मेरा बेटा अमितेश सिंह, राहुल व आलोक खेत में पटवन कर रहे थे. इस दौरान मुबारकपुर पंचायत की मुखिया आरती देवी के पति और प्रतिनिधि विजय यादव अपने लोगों के साथ आए और अमितेश, राहुल और आलोक को अपने मुर्गा फॉर्म में ले गए. जहां तीनों की जमकर पिटाई की, जिसमें अमितेश की मौत हो गई. राहुल और आलोक पटना में रुबन अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं. उन्होंने कहा कि दबंगई में मुखिया प्रतिनिधि ने तीनों की पिटाई की. पहले से कोई दुश्मनी नहीं थी. इसके साथ ही उन्होंने फार्म से जबरन मुर्गा ले जाने की घटना से भी इनकार किया. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा व अन्य दोनों लड़के मुर्गा फॉर्म से जबरन मुर्गा नहीं ले गए. सभी आरोप झूठे व निराधार हैं.


9. मुखिया और उसके पड़ोसियों ने पीड़ितों पर लगाए आगजनी के आरोप

गौरतलब है कि मुखिया प्रतिनिधि के इलाके में घटना से आक्रोशित भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की है. इस दौरान ट्रक, ट्रैक्टर, मोटरसाइल, साइकिल, मुखिया प्रतिनिधि के एक घर में भी आग लगा दी गई. उपद्रव की इस घटना के बाद मुखिया प्रतिनिधि के पड़ोसियों ने आरोप लगाया कि आगजनी और तोड़फोड़ की वारदात को पीड़ितों के परिजनों ने अंजाम दिया है. 



10. पीड़ितों से अस्पताल में जेडीयू और आरजेडी विधायक

इस बीच पीड़ितों से मिलने जेडीयू MLC संजय सिंह सोमवार को अस्पताल पहुंचे. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से इस मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इस दौरान फोन पर ये बोलते हुए सुने गए कि मैं झूठ नहीं बोलता, पुलिस के सामने पिटाई हुई है.बयान तो ले लीजिए. वहीं, आरजेडी विधायक चेतन आनंद सिंह भी पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे. इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी ट्विटर पर देते हुए लिखा कि आज छपरा नरसंहार के पीड़ित राहुल कुमार सिंह और आलोक कुमार सिंह को देखने रुबन हॉस्पिटल गया और परिवार से मिलकर प्रशासन को अपराधियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए.



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