Chhapra Violence: छपरा हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई, थानाध्यक्ष लाइन हाजिर, 2 गिरफ्तार, बंद रहेगा इंटरनेट, पढ़ें 10 बड़ी बातें
Saran Violence: छपरा में हुई हिंसा मामले में पुलिस की जांच चल रही है, मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पक्ष और विपक्ष का एक दूसरे पर आरोपों का दौर जारी है.
Bihar Poll Violence: बिहार में चुनाव के समय हिंसा कोई नई बात नहीं है, हालांकि पहले की तुलना में अब इस तरह की घटनाओं में काफी कमी आई है. एक बार फिर मंगलवार (21 मई) को पांचवें चरण के चुनाव के बाद छपरा में भड़की हिंसा के बाद बिहार सुर्खियों में आ गया. 20 मई को हुए सारण लोकसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला आरजेडी और बीजेपी के बीच था, जो राजनीतिक तौर पर एक दूसरे के घोर विरोधी हैं. चुनाव के दिन से ही दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट और झड़प की खबर आने लगी थी, लेकिन 21 मई को उसकी प्रकाष्ठा देखने को मिली. आईये आपको बताते हैं हिंसा से जुड़ी दस बड़ी बातें.
1. सारण में 20 मई को हुए चुनाव के दौरान ही आरजेडी और बीजेपी दोनों ने एक दूसरे पर मतदान में गड़बड़ी फैलाने के आरोप लगाए थे. इसके बाद पक्ष और विपक्ष में आरोपों और बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. सबसे पहले बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी ने आरोप लगाया कि आरजेडी के कार्यकर्ता उदंडता पर उतर आए हैं. मारपीट कर रहे हैं. उसके बाद आरजेडी की उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने एक बूथ पर उनके साथ अपशब्द का प्रयोग किया.
2. दूसरे दिन 21 मई की सुबह खबर आई कि बीजेपी और आरजेडी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है, गोलियां चलीं और मारपीट हुई. गोलीबारी में दो लोग बुरी तरह लोग घायल हो गए और एक की मौत हो गई. इसके बाद तनाव बढ़ गया. मरने वाला शख्स आरजेडी का कार्यकर्ता बताया गया है.
घटना के बाद पुलिस एक्शन में आई और किसी तरह हालात पर काबू पाया गया.
3. इसके बाद घायल हुए एक युवक गुड्डू ने पीएमसीएच में बताया कि तीन लोगों को गोली लगी है. इसमें से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. एक व्यक्ति को सिर में गोली लगी है. इस बीच आरजेडी प्रत्याशी रोहिणी आचार्य पीएमसीएच गई और वहां भर्ती आरजेडी कार्यकर्ताओं से मिलीं.
4. वहीं, इस पूरे मामले पर सारण से आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने कहा, ''बीजेपी वाले डरे हुए हैं. लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. हमें न्याय चाहिए. हमारे तीन कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है. ये सब बीजेपी के गुंडे हैं. हमें न्याय और उन्हें सबक मिलना चाहिए."
5. छपरा गोलीकांड में पुलिस ने रमाकांत सिंह सोलंकी नाम के एक बीजेपी नेता को हिरासत में लिया है. वह बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं. लोगों ने इनकी गिरफ्तारी की मांग की है. घटना के पीछे रमाकांत सोलंकी को ही जिम्मेदारी बताया जा रहा है. वहीं, सारण एसपी गौरव मंगला ने बताया कि दो दिन के लिए सारण की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. घायल लोगों को इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है.
6. इस घटना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग हैं ऐसे, जो हार की बौखलाहट से इस तरह का काम करते हैं. चुनाव में हिंसा की कोई जगह नहीं नहीं है. जो घटना हुई उसमें दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं. दो लोग फरार हैं. प्रशासन ने भरोसा दिया है कि शाम तक जो बाकी के दो लोग हैं उनको भी पकड़ लिया जाएगा.
7. वहीं, इस घटना को लेकर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि जांच के बाद सच्चाई का पता चल जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि रोहिणी आचार्य की हार निश्चित है. मामले की जांच हो रही है उससे पता चल जाएगा. वहीं जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने छपरा की घटना पर कहा कि इतिहास गवाह है कि लालू यादव का परिवार जब जब चुनाव लड़ा है या वह स्वयं लड़े हैं तो सामाजिक उपद्रव हुआ है.
8. छपरा की घटना पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस तरह से हार से कौन बौखलाए हुआ है, इसको बोलने की जरूरत नहीं है. छपरा की घटना की पटकथा आरजेडी के लोगों ने ही लिखी है. निर्वाचन आयोग का जो प्रोटोकॉल है, उसका भी उल्लंघन किया गया है. उनके कई सहयोगियों ने बूथ पर जिस तरह से उत्पात मचाया, इससे बढ़कर दुर्भाग्यपूर्ण और कुछ नहीं हो सकता है. पूरे बिहार में कहीं घटना नहीं घटी. छपरा में जानबूझकर डिस्टर्ब किया गया है, क्योंकि वहां से आरजेडी हार रही है.
9. वहीं इस पूरे मामले पर मंगलवार को पटना के चाणक्य होटल में बीजेपी के वकील एसडी संजय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को बताया कि मंगलवार की सुबह में एक व्यक्ति चौक पर चाय पीने गए थे उनको बीजेपी का समर्थक मान करके उनको बहुत मारा पीटा गया. जब उसका विरोध किया गया तो 1000 की संख्या में लोग घरों मे घुसकर के मारने पीटने लगे. एक पक्ष का कहना है कि घर पर अगर लोगों का भीड़ आएगी तो क्या अपनी जान बचाने के लिए हमें अपनी सुरक्षा करने का अधिकार नहीं है. भारतीय दंड विधान ने भी यह अधिकार दिया है कि अगर हमें कोई जान मारना चाहता है तो हम अपने को बचाने के लिए हम सामने वाले की जान ले सकते हैं. ये जांच का विषय है, इस पर जांच की जा रही है कि वह कौन हैं और इनको किसने गोली मारी है. इसकी जांच पुलिस कर रही है.
10. इस पूरे मामले पर सारण पुलिस ने पोस्ट कर जानकारी दी है कि जिला के नगर थानान्तर्गत हुई घटना में 2 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. घटनास्थल और आस-पास के इलाके में मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है. अर्द्धसैनिक बल भी क्षेत्र में लगातार फ्लैग मार्च कर रहे हैं. विधि-व्यवस्था पूरी तरह सामान्य है.
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