समस्तीपुर: ऐसे तो लोग किन्नर समाज को अलग नजरिए से देखते आ रहे हैं, लेकिन इनका काम घर-घर जाकर हर खुशी में ढोल बजाकर पैसे लेना ही नहीं बल्कि मदद करना भी है. बिहार के समस्तीपुर में एक किन्नर समाज वर्षों से कमजोर लोगों की मदद करता आ रहा है. इस समाज ने कभी बेटियों की शादी कराई तो कभी किसी का घर बसाया, अब चार साल से छठ व्रतियों की मदद कर रहा है.


लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ को लेकर समस्तीपुर के भूतनाथ मंदिर परिसर में बुधवार (15 नवंबर) को किन्नर समाज ने गरीब छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री, साड़ी, सूप आदि का वितरण करते हुए मिसाल पेश की है. सपना किन्नर ने बताया कि वह बीते चार साल से इस काम को करती चली आ रही है.



सपना ने कहा कि उसका समाज हर खुशी के मौके पर लोगों के घर-घर जाकर ढोल बजाते हुए शामिल होता है. उससे जो रुपये मिलते हैं उसमें से कुछ बचाते हुए इस तरह के नेक कार्यों में हमलोग लगा देते हैं. छठ जैसे महापर्व में ही नहीं बल्कि किसी गरीब बच्ची की शादी-ब्याह, गरीब का घर बनाना हो तो इसमें भी बढ़ चढ़कर हमलोग थोड़ा बहुत सहयोग करते हैं.


किन्नर लाली ने कहा- 'हम भी इंसान हैं...'


बताया कि अभी हाल में ही मोहनपुर में अगलगी की घटना हुई थी. इसमें पीड़ित परिवार के बीच जाकर चावल, दाल, चीनी, कपड़ा देकर सहयोग किया गया था. सपना किन्नर के ग्रुप में शामिल किन्नर लाली ने कहा कि हमारे समाज को अलग नजरिए से देखा जाता है. हम भी इंसान ही हैं कोई आसमान से टपक कर नहीं आए हैं.


लाली ने कहा कि हमारा मानना है कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है. लोगों की खुशियों में जो कुछ दाता देते हैं उसी में से कुछ बचाकर समाज की सेवा में सहयोग करते हैं. हम माता रानी से मांगते हैं कि जो भी हमें दें उसे हम इसी तरह लोगों की सेवा में लगाते रहें. किन्नर समाज की पहल की हर तरफ तारीफ हो रही है.


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