Lok Sabha Election 2024: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने की बिहार के राजनीतिक दलों के साथ बैठक, RJD-JDU ने की ये मांग
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बिहार के राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की. इस दौरान नेताओं ने अपनी-अपनी बात उनके सामने रखी.
Bihar Lok Sabha Elections 2024: 18वीं लोकसभा चुनाव की अधिसूचना के पहले देश मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार बीते सोमवार (20 फरवरी) से 11 सदस्य टीम के साथ तीन दिवसीय दौरे पर पटना में है. बेहतर तरीके से चुनाव संपन्न करने के लिए आज मंगलवार (20 फरवरी) केंद्रीय चुनाव आयुक्त की टीम पटना में कई कार्य को करने वाली है. उसी क्रम में आज बिहार के सभी छोटे और बड़े राजनीतिक दलों से चुनाव आयुक्त ने वन टू वन बैठक की. सभी पार्टियों की प्रतिनिधि से एक-एक करके बातचीत की गई. चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी पार्टी के प्रतिनिधियों से लोकसभा चुनाव को बेहतर करने के लिए विचार विमर्श किया.
बारी-बारी से राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बात करके निकलते रहे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड की ओर से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा चुनाव आयोग के समक्ष बैठक में शामिल हुए .ललन सिंह ने कहा कि हमने तीन प्रस्ताव को चुनाव आयोग के सामने रखा है, इसमें सबसे महत्वपूर्ण मांग मेरी यह है कि लोकसभा चुनाव सात फेज में होने की बात की जा रही है. हम लोग ने कहा कि इसे तीन फेज में किया जाए तो ज्यादा बेहतर होगा. क्योंकि राजनीतिक पार्टियों को इसमें खर्च होते हैं और तीन फेज में होते हैं और तो कम समय लगेगा कम खर्च होंगे .इसके साथ ही गर्मी का दिन है इसको देखते हुए भी तीन पेज में चुनाव होता है तो उसे मतदाताओं को भी सुविधा मिलेगी. इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी हमने कई तरह का सुझाव दिया है.
आरजेडी ने क्या कहा?
आरजेडी की ओर से वरिष्ठ नेता वृषण पटेल बैठक में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग को बताया है कि चुनाव में जो गिनती होती है उसमें वैलेट पेपर की गिनती के लिए आधा घंटा का समय दिया जाता है और बैलेट पेपर का चुनाव की गिनती पूरी नहीं होती है और ईवीएम की गिनती शुरू हो जाती है .इसलिए पहले वैलेट पेपर की गिनती पूर्ण हो जाने के बाद ही ईवीएम की गिनती शुरू होनी चाहिए.
विशन पटेल ने कहा कि मेरी दूसरी मांग चुनाव आयोग से यह रहा कि एक बूथ पर अधिकतम 1500 मतदाताओं को का टारगेट रखा जाता है, उसे कम करके 1000 करना चाहिए .अगर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना है तो उस ख्याल से भी 1000 मतदाताओं की मतदाताओं की संख्या ज्यादा ठीक है .अंत में वृषण पटेल ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से कहा कि विपक्ष का चुनाव आयोग से बहुत उम्मीद रहता है इसलिए आशा करते हैं कि आप हम लोग का विश्वास बनाए रखिएगा.
लोक जनशक्ति पार्टी ने क्या कहा?
चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रवक्ता राजेश भट्ट भी चुनाव आयोग के समक्ष अपनी राय विचार रखें .उन्होंने आरजेड़ी के प्रस्तावों को से मिलते जुलते प्रस्ताव दिए और कहा कि हमने भी चुनाव आयुक्त के सामने प्रस्ताव रखा है कि बूथों पर अधिकतम 1000 से अधिक मतदाता की संख्या नहीं होनी चाहिए. अगर जहां ज्यादा संख्या है वैसी स्थिति में डबल मतदान केंद्र करना चाहिए. साथ ही संबंध संवेदनशील बूथों को गांव से अलग रखा जाए. उन्होंने कहा कि चुनाव आयुक्त ने हमारी बातों को नोट किया है और भरोसा दिलाया कि इन प्रस्ताव पर हम लोग काम करेंगे.
पशुपति पारस की पार्टी लोक जनता पार्टी राष्ट्रीय के प्रवक्ता चंदन सिंह ने बैठक के बाद कहा कि हम लोगों ने मांग किया है कि सुदूर देहाती क्षेत्रों में बुजुर्ग महिलाओं के लिए वोट देना काफी परेशानी होती है, क्योंकि मतदान केंद्र काफी दूर होते हैं. ऐसे में बुजुर्गों को मतदान केंद्र तक लाने की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए, अगर जरूरत पड़े तो चलंत मतदान की व्यवस्था की जानी चाहिए. गर्मी के दिन में महिला बुजुर्ग को आना संभव नहीं होता है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने हमारी बातों को संज्ञान में लिया है.
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