पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि प्रणब मुखर्जी प्रख्यात राजनेता, कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता और राजनीति के ऐसे अजातशत्रु थे, जिन्हें पक्ष और विपक्ष समान रूप से आदर और सम्मान देते थे. उन्होंने भारतीय राजनीति में शुचिता और नैतिक मूल्यों की लंबी लकीर खींची है. भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी ने वर्ष 2012 से 2017 तक देश की सेवा की.


शोक संदेश में सीएम नीतीश ने कहा, "वर्ष 2019 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. पांच दशक के अपने शानदार राजनीतिक जीवन में उन्हें रक्षा, वित्त, विदेश, राजस्व, नौवहन, परिवहन, संचार, आर्थिक मामले, वाणिज्य और उद्योग समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों के मंत्री होने का गौरव हासिल है. उनका जाना एक युग का अंत है. अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण वे सर्वप्रिय थे."


संदेश में उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी जी से मेरा आत्मीय संबंध रहा है और उन्होंने कई मौकों पर मेरा मार्गदर्शन भी किया है. उनके निधन से देश की राजनीति में शून्यता की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. उनका निधन मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति भी है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति और उनके परिजनों और प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.