पटनाः दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय मौजूद थे. उद्घाटन के बाद अब उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार जाना काफी आसान हो गया. यात्री पहले से काफी कम समय में यह दूरी तय कर सकेंगे.
12 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड पुल का उद्घाटन
इस एलिवेटेड परियोजना के निर्माण से पटना शहर को जाम से छुटकारा मिलेगा. एम्स दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड की ओर से कराया गया है. यह बिहार में सबसे बड़ी एलिवेटेड परियोजना है. यह NH-98 के एम्स गोलंबर से शुरू होकर जेपी सेतु के दक्षिणी छोर पर समाप्त होती है. इसकी कुल लंबाई 12.270 किलोमीटर है.
यातायात में होगी सहूलियत
जेपी सेतु से परिचालित होने वाले यातायात को उत्तर बिहार जाने और उत्तर बिहार से नौबतपुर, आरा, बिहटा, औरंगाबाद आदि जगहों पर जाने में काफी सहूलियत मिलेगी. दानापुर रेलवे स्टेशन और फुलवारीशरीफ स्टेशन के बीच एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर में पटना-दिल्ली रेलवे लाईन के ऊपर 106 मी० लम्बे रेल ओवर ब्रिज का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है. शुरूआत में इस आरओबी की लम्बाई 70 मी० स्पैन प्रस्तावित थी, लेकिन रेलवे की ओर से अतिरिक्त लाइन बिछाने के क्रम में इसकी लम्बाई 70 मी० से बढ़ाकर 106 मी० कर दिया गया.
आने वाले समय में मिलेगी मदद
इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि 'इसके बारे में हम लोगों ने निर्णय 2013 में ही कर लिया था. यह हम लोगों की उसी समय की सोच थी, जिसके कारण हम लोगों ने एलिवेटेड बनाया और यह पहली बार ऐसा सोचा गया है की एलिवेटेड सड़क के नीचे बगल से एक सड़क है. एलिवेटेड सड़क को ऊपर से क्रॉस करता हुआ एक दूसरा एलिवेटेड सड़क है.'
नीतीश कुमार का कहना है कि 'अब लोगों को एक ओर से दूसरी ओर जाने में काफी सहूलियत होगी. यह एक रास्ता नहीं है इसके अलावा भी नीचे से भी आने-जाने का रास्ता है. जिससे आने वाले समय में गाड़ियों की संख्या बढ़ने पर एलिवेटेड सड़क के ऊपर से एक और एलिवेटेड सड़क इस तरह का निर्माण काफी उपयोगी साबित होगी.'
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