बिहारः मुजफ्फरपुर में AES से एक और बच्चे की मौत, SKMCH में अभी चार बच्चों का चल रहा इलाज
एसकेएमसीएच में इस साल अब तक 28 बच्चों को इस बीमारी से इलाज के लिए कराया गया भर्ती.डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने कहा- बच्चा पहले से भी अन्य बीमारियों से था ग्रसित, ब्लड सुगर था कम.
मुजफ्फरपुर: एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) चमकी बुखार से मंगलवार की देर रात मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में एक और बच्चे की मौत हो गई. बच्चा शिवहर जिले का रहने वाला था. एईएस से इस साल अब तक छह बच्चों की मौत हो चुकी है. अबतक 28 बच्चों को भर्ती कराया गया था जिनमें से अब अस्पताल में चार ही बच्चों का इलाज हो रहा है.
बताया जा रहा कि जिन चार बच्चों का इलाज चल रहा है उनमें दो एईएस से ग्रसित हैं जबकि दो संदिग्ध हैं, जिनका डॉक्टरों की देखरेख में उपचार हो रहा है. शिशु रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि इस साल जनवरी से अभी तक कुल 28 बच्चों को भर्ती किया गया है. मंगलवार की रात शिवहर जिले के एक तीन साल के बच्चे की एईएस से मौत हो गई है.
प्रोटोकॉल के तहत किया जा रहा सबका इलाज
उन्होंने कहा कि वो बच्चा पहले से भी अन्य बीमारी से ग्रसित था. बच्चे में ब्लड शुगर की कमी थी. अब तक कुल छह बच्चों की मौत हुई है. पीआईसीयू वार्ड में दो बच्चे भर्ती हैं जिनका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. प्रोटोकॉल के तहत सबका इलाज किया जा रहा है. कहा कि अचानक मौसम में बदलाव के कारण बच्चों में संक्रमण की स्थिति बढ़ सकती है.
रात के तीन से चार बजे के बीच रखें बच्चों का ख्याल
डॉक्टर गोपाल ने परिजनों से अपील कर कहा कि बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. उन्हें रात में खाली पेट न सोने दें. खासकर रात के तीन से चार बजे के बीच बच्चों पर ध्यान दे. इसी वक्त बच्चों के ऊपर इस बीमारी का अटैक होता है और सोए अवस्था में ही बच्चे बेहोशी की हालत में चले जाते हैं.
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