गोपालगंजः बिहार में इन दिनों मासूम वायरल बुखार (Viral Fever) की चपेट में हैं. गोपालगंज में तो इस बीमारी से अब तक दस बच्चों की मौत भी हो गई है. मॉडल सदर अस्पताल में हर रोज 15-20 नवजात पहुंच रहे हैं. अस्पताल के स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) के सभी 15 बेड फुल हैं. यहां मांझा, जादोपुर, थावे और कुचायकोट से पहुंचे बीमार पांच नवजात को रविवार को भर्ती नहीं लिया गया.


एसएनसीयू में 17 बच्चों का हो रहा इलाज


वार्ड में इस समय सभी बेड पर नवजात भर्ती हैं. शिशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार इस यूनिट में 28 दिन तक के बच्चों का ही इलाज किया जाता है. यहां एक साथ 15 बच्चों के इलाज की ही सुविधा है. इस वक्त यूनिट में हालात ऐसे हैं कि 17 बच्चों का इलाज किया जा रहा है. बच्चों के साथ आए परिजन अस्पताल के सामने शेड में दिन और रात काट रहे हैं.


एक नजर में एसएनसीयू में सुविधाएं



  • एक साथ 15 बच्चे हो सकते हैं भर्ती 

  • जॉन्डिस के लिए तीन अलग केयर यूनिट

  • 24 घंटे इमरजेंसी सेवा मौजूद

  • चार नियमित विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात


गायब रहते हैं डॉक्टर, कैसे हो इलाज


गौरतलब हो कि जिले में वायरल फीवर से अबतक 10 बच्चों की मौत हो चुकी है. बच्चों की लगातार मौत होने और बीमार होकर अस्पताल पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट नहीं है. पीकू वार्ड, एसएनसीयू व शिशु वार्ड में डॉक्टर की तैनाती है, मगर मरीजों की शिकायत है कि ड्यूटी से अधिकांश डॉक्टर गायब रहते हैं. ऐसे में बीमार बच्चों का इलाज यहां तैनात नर्स करती हैं. वहीं, मृतक बच्चों के परिजनों ने इलाज और इंतजाम में लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया है.



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