One Nation One Election पर चिराग का मोदी सरकार को समर्थन देने का एलान, सुशील मोदी विषय को लेकर आशंकित
Chirag Paswan News: संसद के विशेष सत्र बुलाए जाने से 'एक देश एक चुनाव' को लेकर चर्चा तेज हो गई है. वहीं, इस मुद्दे पर शुक्रवार को चिराग पासवान ने बयान दिया.
पटना: 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में वन नेशन वन इलेक्शन (One Nation One Election) की कमेटी भी बनाई गई है. अब इसको लेकर विपक्ष विरोध कर रहा है. एनडीए (NDA) में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने शुक्रवार को कहा कि जब तक चुनाव होते हैं तब तक कई योजनाओं को रोकना पड़ता है. ऐसे में लाभार्थी को काफी परेशानी होती है और योजना प्रभावित होती है. इसे देखते हुए लॉ कमीशन के द्वारा 2019 में इसकी मांग की गई थी कि वन नेशन वन इलेक्शन किया जाए. इस पर हमारी पार्टी पूरी तरह समर्थन करेगी. वहीं, संसद के विशेष सत्र पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि विशेष सत्र पांच दिनों की बुलाई गई है. इसमें क्या होगा? यह कहना मुश्किल है.
प्रधानमंत्री काफी पहले से प्रयासरत हैं- चिराग पासवान
चिराग पासवान ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर हमारे प्रधानमंत्री काफी पहले से प्रयासरत रहे हैं. इस पर काफी चर्चा भी हुई है. अब विशेष सत्र बुलाया गया है. इसमें अगर वन नेशन वन इलेक्शन का प्रस्ताव रखा जाता है तो हमारी पार्टी पूरी तरह समर्थन करेगी. इसमें थोड़ी सी टेक्निकल अड़चन आ सकती है, लेकिन उसे ठीक कर लिया जाएगा. वहीं, विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री पर बयान आते रहते हैं कि केंद्र सरकार डरी हुई है. इस पर चिराग ने कहा कि हद हो गई है. हर बात में आता है कि डरी हुई है, केंद्र सरकार घबरा रही है. हमें यह नहीं लगता है जिनकी सरकार स्थिर है जिनका बहुमत है वह डरे हुए हैं और जिस गठबंधन में आए दिन कभी कोई रूठ कर चले जाते हैं तो वह डरे हुए नहीं हैं.
पहले से कयास लगाना कुछ भी गलत होगा- सुशील मोदी
एलजेपी आर के प्रमुख ने कहा कि जिनका नेतृत्व इतना मजबूत है वह डरे हुए हैं और जिनके नेतृत्व भी अभी तय नहीं हुआ है वह डरे हुए नहीं हैं. एक गठबंधन है जिसका नेतृत्व बड़े-बड़े फैसला लेता है और उस पर काम करता है और दूसरा नेतृत्व ऐसा है जिसका ना नीति है न नीयत है तो यह सब कहने की राजनीति है. 2018 में भी यह लोग इसी तरह का किए थे. क्या हासिल हुआ? यह सभी जानते हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. वहीं, संसद के विशेष सत्र पर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अभी तक यह नहीं बताया गया है कि विशेष सत्र किस एजेंडे के लिए है और इसमें क्या बातें होनी है. अभी तो वन नेशन वन इलेक्शन पर कमेटी बनाई गई है, इसकी रिपोर्ट आनी है इसलिए उसके पहले से कयास लगाना कुछ भी गलत होगा.