पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में 23 जून को पटना में देश की सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं की बैठक होने वाली है. अब इस पर बयानबाजी तेज हो गई है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने करारा तंज कसा है. गुरुवार (8 जून) को चिराग पासवान ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एक तरफ बिहार में पुल नहीं बना पा रहे हैं और चले हैं विपक्षी ब्रिज बनाने. जिस तरह नीतीश कुमार का बनाया हुआ निर्माणाधीन पुल धराशायी हो गया उसी तरह तथाकथित विपक्षी एकता का ब्रिज भी ध्वस्त हो जाएगा.
चिराग पासवान ने कहा कि विपक्षी एकता एक साथ हाथ खड़े करके फोटो खिंचवाने के लिए ठीक है. मैं 2014 से देखते आ रहा हूं. यह लोग एक होने के नाम पर फोटो तो खिंचवाते हैं, लेकिन चुनाव आते-आते भानुमति का कुनबा बनते-बनते बिखर जाते हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक विपक्षी एकता की बात है तो देश में कई राज्यों के मुख्यमंत्री की अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा है. कई मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं. ऐसे में सभी एक होकर किसी एक को नेतृत्व सौंप दें यह हो नहीं सकता है. जहां तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात है तो विपक्ष कभी इनको स्वीकार नहीं करेगा. बिहार की जनता भी उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेगी. नीतीश कुमार को तो मुख्यमंत्री के रूप में भी जनता ने जब स्वीकार नहीं किया तो प्रधानमंत्री के रूप में कैसे स्वीकार करेगी?
28 नवंबर को चिराग पासवान करेंगे शक्ति प्रदर्शन
चिराग पासवान आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन करेंगे लेकिन कब करेंगे इसका अभी खुलासा उन्होंने नहीं किया है. चिराग पासवान पहले सभी पार्टियों को अपनी शक्ति दिखाना चाहते हैं. यही वजह है कि वो 28 नवंबर को पार्टी के स्थापना दिवस पर पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली करने जा रहे हैं. इस रैली के जरिए वे अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर गठबंधन में दबाव बना सकते हैं.
चिराग पासवान ने मांगा लोगों से सुझाव
चिराग पासवान ने बताया कि मेरा जो एजेंडा है 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' वह 2020 से चल रहा है. हमने एक व्हाट्सएप नंबर 7091776634 जारी किया है जो सोशल मीडिया पर है. बिहार की जनता अपनी समस्या या अपना सुझाव इस नंबर पर देंगे और उस सुझाव को हम लोग देखेंगे. अच्छा सुझाव होगा तो उस पर हम लोग काम करेंगे.
चिराग ने कहा कि गठबंधन किससे होगा, कितनी सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे यह सब चुनाव के वक्त तय किया जाएगा. मेरा पहला लक्ष्य है कि बिहार की सभी जनता हमें सुझाव दे. उनके सुझाव पर काम करें. सात लोगों की कमेटी बनाई गई है और जनता के सुझाव को कमेटी निर्णय लेकर आगे का काम करेगी.
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