पटना: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी (PM Modi) के जवाब पर एलजेपी (रामविलास) सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने सोमवार को कहा कि 400 का लक्ष्य तो प्रधानमंत्री के भाषण से ही पूरा हो जाएगा. मेरे प्रधानमंत्री जाति, धर्म, मजहब में विश्वास नहीं रखते. वे गरीबों को जाति मानकर उनके विकास की बात करते हैं. राजनीतिक भाषण के साथ पेश किए गए तथ्यों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. 


'विकसित भारत के लिए दृष्टि की यह स्पष्टता आवश्यक है'


चिराग पासवान ने कहा कि विपक्ष के साथ समस्या यह है कि वे कभी समझ ही नहीं पाते. क्या वे प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत तथ्यों और आंकड़ों को गलत साबित कर सकते हैं? या क्या वे पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा दिए गए बयानों को गलत साबित कर सकते हैं जिनका उन्होंने आज हवाला दिया? प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ पिछले 10 वर्षों का हिसाब नहीं दिया, बल्कि इसकी नींव भी रख दी. विकसित भारत के लिए दृष्टि की यह स्पष्टता आवश्यक है.


संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी बोले


संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस की जो मानसिकता है, उससे देश को बहुत नुकसान हुआ है. कांग्रेस ने देश के सामर्थ्य पर कभी भी विश्वास नहीं किया, वो अपने आप को शासक मानते रहे और जनता-जनार्दन को हमेशा कमतर आंकते गए. देश के नागरिकों के लिए कैसा सोचते थे. मैं जानता हूं कि नाम बोलते ही उनको चुभन होगी.15 अगस्त लाल किले से भारत के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू जी ने कहा था, हिंदुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आमतौर से नहीं है. हम इतना काम नहीं करते हैं, जितना यूरोप, जापान, चीन, रुस और अमेरिका वाले करते हैं. नेहरू जी की भारतीयों के प्रति सोच थी कि भारतीय आलसी हैं.


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