पटनाहाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर चाचा-भतीजे (चिराग-पशुपति) के बीच जारी तनातनी के बीच ऐसा लग रहा है कि सुलह हो गई है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि गुरुवार (12 अक्टूबर) को पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमुई सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कुछ ऐसा ही बयान दिया है. जब पत्रकारों ने पूछा कि हाजीपुर सीट को लेकर क्या कुछ होने वाला है, आपके चाचा  हाजीपुर से नहीं हटने वाले हैं इसके जवाब में उन्होंने पूरे दावे के साथ कहा कि समय आने पर वह (पशुपति पारस) हट जाएंगे.


अब चिराग की बातें कितनी सच होती हैं यह तो वक्त बताएगा लेकिन पशुपति पारस हाजीपुर सीट से नहीं हटे तो यहां मुकाबला जबरदस्त हो सकता है. बता दें कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर अडिग हैं. कई बार उन्होंने कहा है कि वह किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटने वाले. अब चिराग पासवान का कहना है कि पशुपति कुमार पारस समय आने पर हट जाएंगे. बता दें कि दो दिन पहले भी चिराग ने कहा था कि उनकी पार्टी जमुई और हाजीपुर दोनों जगहों से लड़ेगी. अगर उनकी मां हाजीपुर से लड़ती हैं तो राह आसान होगी.


चिराग ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना


आगे प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. नियोजित शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा निकाली गई नई नियमावली पर चिराग पासवान ने कहा कि लॉलीपॉप है दिखाने वाली बात हो रही है. तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दावे बहुत बड़े-बड़े हुए, हम सत्ता में आएंगे तो पहली कलम से सभी को नौकरी देंगे. आंगनबाड़ी सेविकाओं का काम इतना ज्यादा बढ़ा हुआ है, लेकिन उन्हें क्या मिलता है?


चिराग ने कहा कि सब लोग जानते हैं बिहार में पेपर लीक मामला आम हो गया है. कोई भी परीक्षा सही से नहीं ली जाती है. एक बार, दो बार पेपर लीक होते हैं, लेकिन बिहार में तो लगता है परीक्षा की तारीख निकलने से पहले पेपर आउट हो जाते हैं. जहां तक सवाल नियोजित शिक्षकों का है तो कुछ होने वाला नहीं है. यह लोग सिर्फ शिक्षकों को लॉलीपॉप दिखा रहे हैं.


जातीय गणना की रिपोर्ट को बताया गलत


दो अक्टूबर को बिहार सरकार की ओर से जारी की गई जातीय गणना की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए चिराग ने कहा कि पूरी गणना गलत है. यह हम पहले से बोलते आ रहे हैं क्योंकि हमसे ज्यादा कोई बिहार में नहीं घूमता है. हम बिहार के गांव-गांव में हमेशा घूमते रहते हैं. क्या हमको पता नहीं है कि बिहार में किसकी कितनी आबादी है? क्या हमें यह पता नहीं है कि पासवान की संख्या बिहार में कितनी है और क्यों पासवान की संख्या को कम कर दिया गया है. चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह हम समझ रहे हैं कि क्यों पासवान की संख्या को कम किया गया है. चिराग मॉडल ने उनको बहुत परेशान किया था. उन्हीं के राष्ट्रीय अध्यक्ष हमेशा चिराग मॉडल का नाम लेते रहते हैं.


मांग करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि आप बार-बार कहते हैं कि जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी तो अब हिस्सेदारी दीजिए. एक बड़ी आबादी अनुसूचित जाति की है, एक बड़ी आबादी अति पिछड़ों की है और एक बड़ी आबादी मुसलमान की है तो फिर अब उनको उसकी हिस्सेदारी भी दीजिए.


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