लखीसराय: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन कानून की सफतला अक्सर सवालों के घेरे में रहती है. विपक्ष लगातार शराबबंदी कानून के फेल होने का आरोप लगाते रहती है. इसी क्रम में एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने दावा किया है कि बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है. आज घर-घर शराब की होम डिलीवरी हो रही है. मीडिया के स्टिंग ऑपरेशन से कई बार ये बात सामने आई है.
शराब तस्करों को संरक्षण दे रही सरकार
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वो शराब माफियाओं को संरक्षण दे रही है. सरकार के साथ-साथ प्रशासन की मिलीभगत से पूरे बिहार में शराब माफिया सक्रिय हैं. सांसद ने कहा कि मैं तो विपक्ष में हूं, लेकिन उनकी पार्टी के नेताओं ने भी शराबबंदी कानून पर सवाल खड़े किये हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शराबबंदी कानून की समीक्षा करने की जरूरत है.
सीएम नीतीश पर लगाया था आरोप
बता दें कि विधानसभा चुनाव के समय से चिराग शराबबंदी कानून को लेकर सीएम नीतीश पर हमलावर हैं. चुनाव के समय भी उन्होंने कानून की सफतला का मुद्दा उठाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि अवैध शराब की बिक्री से आ रहे पैसे सीएम नीतीश की पॉकेट में जा रहे हैं. ऐसे में अगर एलजेपी की सरकार आती है तो इसकी जांच कराई जाएगी.
जहरीली शराब पीने से लोगों की हो रही मौत
गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी को लागू हुए पांच साल बीत चुका है. लेकिन रोजाना सूबे के कई जिलों में शराब की बड़ी खेप बरामद की जा रही है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में लोग जहरीली शराब पीने की वजह से मर रहे हैं. बीते दिनों गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं, दो लोगों के आंखों की रोशनी चली गयी थी. इधर, मुजफ्फरपुर में भी छह लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गयी थी.
यह भी पढ़ें -
तेजस्वी यादव का बीजेपी पर तंज- सारे केंद्रीय मंत्री बारात लेकर पहुंचे, लेकिन बंगाल में इनका दूल्हा कौन?
बिहार में IAS अफसरों की भारी कमी, डेढ़ सौ से ज्यादा पद खाली, 14 अफसरों के जिम्मे कई विभाग