आरा: सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) शनिवार को आरा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार और महागठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने तो कह दिया कि हम लोग मिलकर जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) को आगे बढ़ाएंगे, लेकिन उन्होंने वो अपने दल के लोगों को छोड़कर बाकी सारे दलों के लोगों को आगे बढ़ाने का काम करते हैं. जो मुख्यमंत्री बिहार को आगे नहीं बढ़ा सका वह किसी दल के नेता को क्या बढ़ाएगा?
‘खुद डील करते हैं मुख्यमंत्री’
आगे कहा कि नीतीश कुमार खुद दूसरे के सहारे पर दूसरे की कृपा पर मुख्यमंत्री बने हैं तो वह किसी को क्या आगे बढ़ाएंगे? राजनीति में शब्दों की मर्यादा का ख्याल हमेशा रखना चाहिए. एक नेता उसकी कार्यशैली पर ऐतराज हो सकता है, लेकिन इस तरीके से नेताओं को डीलर कहना और इन शब्दों का इस्तेमाल करना दर्शाता है कि वो कहीं न कहीं असंतोष में हैं. ये बात उनके ही नेता ने कही थी जब वो गठबंधन से निकले थे. कहा कि डील वाला शब्द मुख्यमंत्री दूसरे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि डील का खुलासा कुछ दिनों पहले जनता दल यूनाइटेड के पूर्व नेता उपेंद्र कुशवाहा ने किया था. वो जिक्र कर रहे थे तो सही में डीलर कौन है, डील किसके साथ हुई, यह उन लोगों को बताने की जरूरत है.
बीजेपी आरक्षण विरोधी नहीं, संविधान को नहीं है खतरा
चिराग ने कहा कि लगभग 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है, तब से ही नीतीश कुमार ये कह रहे कि बीजेपी आएगी तो संविधान को खतरा है, सांप्रदायिकता बढ़ जाएगी, आरक्षण समाप्त हो जाएगा, तो क्या हो गया? इन 10 सालों में कौन सा आरक्षण छीन लिया गया है. उल्टा मुख्यमंत्री यह बताएं कि छात्रवृत्ति की राशि है जो अनुसूचित जाति जनजाति छात्रवृत्ति का पैसा कहां जा रहा है? कैग की रिपोर्ट बताती है कि कैसे उस पैसे का इस्तेमाल दूसरे कार्यों में किया जा रहा है न कि उन छात्रों को मिल रहा है जिनको मिलनी चाहिए. सही मायने में कोई आरक्षण विरोधी तो यह महागठबंधन के की सरकार है.
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