केके पाठक के खिलाफ क्या एक्शन लेंगे नीतीश कुमार? किसी ने कहा तुगलकी फरमान... किसी ने 'पागल'
Bihar Education Department: भीषण गर्मी से सरकारी स्कूलों में बच्चों की तबीयत खराब हो रही है. अब सीएम नीतीश कुमार से मांग की गई है कि स्कूलों को बंद करने के बारे में सोचा जाए.
Bihar Education Department: बिहार में भीषण गर्मी के बावजूद सरकारी स्कूलों में छुट्टियां नहीं की गई हैं. वजह है कि हाल ही में गर्मी छुट्टी के बाद 16 मई से स्कूल खुला है. ऐसे में अभी तक शिक्षा विभाग की ओर से कोई आदेश नहीं आया है कि स्कूलों को फिर से बंद किया जाए. ऐसे में इसका खामियाजा बच्चों और शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है. कई जिलों में शिक्षक और बच्चे बीमार हो गए हैं. अब चिराग पासवान, मुकेश सहनी और बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव ने सरकार का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है.
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से कहा है कि इस तपती गर्मी में विद्यालय खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का नाम लिए बिना कहा कि आपके सरकारी अधिकारी के तुगलकी फरमान की वजह से बच्चे बेहोश हो रहे हैं. प्रतिदिन अस्पतालों में इलाज चल रहा है. ये कोई अत्याचार से कम नहीं है. नैतिकता के आधार पर जरूरी है बच्चों की सेहत का देखभाल करना. उन्होंने बुधवार (29 मई) को एक्स पर कहा, "मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं कि इस भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की जाए."
'केके पाठक को हम समझते थे अच्छे ऑफिसर हैं...'
विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा, "हम समझते थे केके पाठक अच्छे ऑफिसर हैं. पहले कुछ अच्छे निर्णय लिए थे, लेकिन हाल के दिनों में उनका जो निर्णय रहा है वो शिक्षक को परेशान कर रहा है. अपना वर्चस्व कायम कर रहे हैं. 6 बजे सुबह स्कूल में पहुंचना है. यह सारी चीजें सही नहीं हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को संज्ञान लेना चाहिए. नीतीश कुमार मौन हैं."
बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव भड़के
वहीं स्कूलों में बीमार हो रहे छात्रों को लेकर बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने केके पाठक को खूब सुनाया. कहा कि केके पाठक मानसिक रूप से पागल हो चुके हैं. केके पाठक को ना बच्चों से लेना देना है ना शिक्षा से लेना देना देना है. चार जून के बाद मुख्यमंत्री से मेरा आग्रह होगा कि इनको कहीं मानसिक आरोग्यशाला में भेज दें.
बता दें कि बिहार में भीषण गर्मी से बेगूसराय, बांका, मुंगेर, शेखपुरा समेत कई जिलों में स्कूल गए बच्चों की तबीयत खराब हुई है. इन जिलों में बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराना पड़ा है. स्कूलों में एक तरफ छुट्टी की मांग हो रही है तो वहीं केके पाठक के फरमान को लेकर भी सवाल उठाया जा रहा है.
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