पटनाः बिहार में सुशासन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की शराबबंदी कानून की पोल खुलना जारी है. मंगलवार को जिस तरीके से विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिली उसे यह साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी कितनी सफल है. विधानसभा परिसर में मिली शराब की खाली बोतल को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है.
मंगलवार को ट्वीट कर चिराग पासवान ने लिखा, “कानून बनाकर बढ़िया बनिए, फिर उसे असफल कर लाभ लीजिए! नीतीश जी बिल्ली से दूध की रक्षा करवाते हैं, फिर पूछते हैं - करेगा नहीं? जहां शराबबंदी कानून बना, वहीं बिखड़ गया. दुल्हन के कमरे में पुलिस भेजकर आम जनता के सम्मान से खेलने वाले सीएम बताएं कि अब पुलिस किसके कमरे में जाए?”
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‘सील क्यों नहीं किया गया परिसर’
चिराग पासवान की पार्टी ने शराबबंदी को लेकर केके पाठक पर भी सवाल उठाया. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि नीतीश कुमार के द्वारा इसी मंदिर में शपथ ली गई थी. कानून बना कि जिस घर में शराब की बोतल मिलेगी उसे सील किया जाएगा. घर के मालिक को जेल भेजा जाएगा, तो क्या इस लोकतंत्र के मंदिर को सील नहीं किया जाना चाहिए? इस मंदिर के जो पुजारी हैं क्या उन्हें जेल नहीं भेजा जाना चाहिए. केके पाठक ने पुजारियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया अब तक?
कृष्णा सिंह कल्लू ने बताया कि इस मामले में बिहार के राज्यपाल से एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेगी. जिस तरह से विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिली है वैसे में इस मंदिर के पुजारी को सस्पेंड करना चाहिए और मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए.
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