Chirag Paswan: बिहार की सीटों को लेकर एलजेपी आर ने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. जमुई से अरूण भारती, समस्तीपुर से शांभवी चौधरी, हाजीपुर से चिराग पासवान, वैशाली से वीणा देवी और खगड़िया से राजेश वर्मा के नाम का ऐलान हुआ है. वहीं, बता दें कि इसमें शांभवी चौधरी के नाम की काफी चर्चा हो रही है. शांभवी चौधरी सीएम नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं.
चिराग परिवार के पास है दो सीट
एनडीए में सीट बंटवारे में चिराग पासवान को पांच सीट मिली थी. इनमें हाजीपुर, समस्तीपुर, वैशाली, खगड़िया और जमुई शामिल है. एलजेपी आर के सीट बंटवारे में दो सीट पर परिवार के ही सदस्य चुनाव लड़ रहे हैं. हाजीपुर सीट से खुद चिराग पासवान चुनाव लड़े रहे हैं तो जमुई सीट पर उनके जीजा अरूण भारती चुनाव लड़ रहे हैं.
वीणा देवी को दोबारा मिला है मौका
वहीं, वैशाली सीट से वीणा देवी चुनाव लड़ रही हैं. 2019 में भी एलजेपी के टिकट से वीणा देवी वैशाली से चुनाव लड़ी थीं और विजयी हुई थीं, लेकिन एलजेपी में टूट के बाद वो पहले पारस गुट के साथ चली गई थीं. हाल के दिनों में चिराग पासवान के गुट में शामिल हुई थीं. खगड़िया सीट से राजेश वर्मा को टिकट मिला है. उन्होंने चिराग का हमेशा साथ दिया है. 2020 में भागलपुर से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. राजेश वर्मा भागलपुर के डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं. भागलपुर में उनका सर्राफा व्यवसायी का बड़ा कारोबार है.
हाजीपुर सीट को लेकर एनडीए में मचा था घमासान
वहीं, हाजीपुर सीट को लेकर चाचा पशुपति और भतीजे चिराग के बीच खूब बयानबाजी हो रही थी. एनडीए में दोनों इस सीट पर दावा कर रहे थे, लेकिन एनडीए में यह सीट चिराग के खेमे में चली गई, जिससे नाराज होकर पशुपति पारस ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि एनडीए के दलों में बीजेपी के खाते में 17 सीट, जेडीयू को 16, लोजपा (रा) को पांच सीट तथा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक- एक सीट मिली है.
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