बिहार में एनडीए में हुए सीट बंटवारे पर चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर भारी पड़ गए हैं. एनडीए में चिराग पासवान को जहां पांच सीटें दी गई हैं, वहीं पशुपति पारस को एक भी सीट देने का एलान नहीं किया गया है. सीट बंटवारे के एलान के बाद चिराग पासवान ने अपने चाचा को लेकर प्रतिक्रिया दी. चिराग ने कहा कि उन्हें (पशुपति कुमार पारस) को फैसला करना है.
चिराग पासवान ने कहा, "वो परिवार के बड़े हैं. मेरे पिता के बाद परिवार के मुखिया वो रहे हैं. जिस तरीके से विपरीत परिस्थितियों में भी मेरे पिता ने, ऐसा नहीं है कि इससे पहले कभी परिवार पर संकट नहीं आया. इससे पहले कभी पार्टी में संकट नहीं आया लेकिन मेरे पिता ने इस बात को सुनिश्चित किया कि हर परिस्थिति में वो पार्टी को एकजुट रखें, परिवार को एकजुट रखें. पिता के जाने के बाद इसी की भूमिका में मेरे चाचा जी थे."
जमुई सांसद ने आगे कहा, "उनको (चाचा) इस जिम्मेदारी को निभाना था. भले ही लाख विपरीत परिस्थितियां हों, लाख कठनाइयां हों...जिस सिंबल को मेरे पिता ने चुना, जिस नाम को उन्होंने चुना था वो आज भी फ्रीज है. इन परिस्थियों में पार्टी और परिवार नहीं पहुंचे इसकी जिम्मेदारी चाचा पर थी."
चिराग पासवान को कौन-कौन सीट?
बिहार में चिराग पासवान को जमुई, वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, और खगड़िया सीट दी गई हैं. चिराग पासवान जमुई से मौजूदा सांसद हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि इस बार वो हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. उनके चाचा पशुपति कुमार पारस हाजीपुर से मौजूदा सांसद हैं.
बिहार में लोकसभा चुनाव की तारीख
बता दें कि बिहार में लोकसभा के चुनाव सात चरणों में होंगे. पहले फेज में 19 अप्रैल, दूसरे फेज में 26 अप्रैल, तीसरे फेज में 7 मई, चौथे फेज में 13 मई, पांचवे फेज में 20 मई, छठे फेज में 25 मई और सातवें फेज में 1 जून को वोटिंग होगी. नतीजे 4 जून को आएंगे.
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