जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि हमने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है. उचित समय आने पर इसकी सूचना दी जाएगी. अभी तक ऐसा कहा जा रहा था कि चिराग पासवान और बीजेपी के रिश्तों में खटास आ गया है. लेकिन अब चिराग पासवान के सोशल मीडिया पोस्ट से ऐसा दावा किया जा रहा है कि बिहार में उनके लिए सीट फाइनल हो गया है.
चिराग पासवान ने ये भी संकेत दे दिया है कि वो एनडीए के साथ ही रहेंगे. चिराग ने मुलाकात के बाद इस बात का खुलासा नहीं किया कि उन्हें गठबंधन में कितनी सीटें मिलेंगी. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि हाजीपुर सीट को लेकर आने वाले समय में क्या एलान किया जाता है.
दरअसल, हाजीपुर की लोकसभा सीट ही वो कड़ी है जिसको लेकर पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान में पेच फंस हुआ है. दोनों नेता ही इस सीट की मांग कर रहे हैं. पशुपति कुमार पारस इस सीट से मौजूदा सांसद हैं. चिराग पासवान जमुई से सांसद हैं. चिराग की दलील है कि उनके पिता की सीट के असली हकदार वो हैं. जबकि दिवंगत रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस ये सीट छोड़ने के मूड में नहीं हैं.
सामने आई थी चिराग के नाराजगी की खबरें
पिछले दिनों चिराग पासवान के नाराजगी की खबरों ने सुर्खियां बटोरी थीं. वे किसी कार्यक्रम में नहीं दिख रहे थे. यहां तक की पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से भी व्यक्तिगत रूप से दूरी बना ली थी. लेकिन जब वो सामने आए तो उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन सिर्फ बिहार की जनता से है. उनके बयानों से ये संकेत मिला कि उनकी नाराजगी की खबरों का कोई न कोई आधार जरूर है.