Chirag Paswan Interview: लोकसभा चुनाव में बेहतर परफॉर्मेंस के बाद चिराग पासवान काफी सुर्खियों में हैं. हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है. वहीं, चिराग पासवान की इस उपलब्धि पर उनसे एबीपी न्यूज़ ने गुरुवार को खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वो अपनी मां को राज्यसभा भेजना चाहता हैं, लेकिन उनकी मां इसके लिए तैयार नहीं हैं.


'उन लोगों की एनडीए में करवा दी नो एंट्री'


अपनी जीवन के उतार चढ़ाव पर चिराग पासवान ने कहा कि जब  हनुमान कहे जाने पर मुझे तंज कसा गया और ताने सुने. तब मेरे अपने राम यानी पिता राम विलास पासवान साथ थे. आगे उन्होंने कहा कि जो मुझसे छिना गया था मैने मां को वापस दे दिया. मेरे चाचा और भाई ने मेरे खिलाफ प्रचार किया. उन लोगों की एनडीए में नो एंट्री करवा दी. मैं फर्श से अर्श पर हूं पर सीख यह है कि अहंकार नहीं करना चाहिए.


चिराग पासवान को मिली बड़ी सफलता


बता दें कि चिराग पासवान को इस चुनाव में बड़ी सफलता मिली है. बिहार में उनके पांचों के पांच उम्मीदवारों को जीत मिली है. इससे वो हर तरफ छाए हुए हैं. वहीं, कुछ सालों पहले चिराग पासवान की पार्टी में बड़ी टूट हुई थी. उनके चाचा पशुपति पारस ने पार्टी तोड़ दिया था और सभी सांसदों को अपनी पाले में मिला लिया था. चिराग पासवान अकेले पड़ गए थे. चुनाव से पहले हाजीपुर सीट को लेकर भी चाचा पशुपति और भतीजे चिराग के बीच काफी तकरार देखने को मिली थी. इसको लेकर खूब बयानबाजी भी हो रही थी.


इस तकरार के बीच एनडीए में चिराग पासवान को जगह मिली और पशुपति पारस को कुछ नहीं दिया गया. इस पर पशुपति पारस एनडीए में बागी हो गए थे और हाजीपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था, लेकिन बाद में वो पीछे हट गए और एनडीए को समर्थन दिया था. अब चिराग पासवान अपनी उपलब्धि को लेकर हर तरफ छाए हुए हैं.


ये भी पढे़ं: Chirag Paswan: LJPR मोदी कैबिनेट में 2-3 मंत्रालय की कर रही है मांग? चिराग पासवान का आया जवाब