पटना: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से बड़ी राहत मिलने के बाद लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने शुक्रवार को कहा यह न्यायालय का मामला है, सजा देने का काम भी कोर्ट ने किया था. यह न्यायिक प्रक्रिया का एक हिस्सा है अगर कुछ तथ्य और सामने आएंगे तो न्यायालय इस पर फैसला लेगा. वहीं ललन सिंह के बयान पर चिराग पासवान ने कहा राजनीति में षड्यंत्र करके किसी के ऊपर बयानबाजी करना ये तो समझ में आता है, लेकिन न्यायिक मामले पर सवाल खड़ा करना उचित नहीं है. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का आशीर्वाद था कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया.
विपक्ष को घेरा
चिराग पासवान ने कहा कि संसद में जितनी ज्यादा बहस हो उतना अच्छा है. मणिपुर मामले पर भी बहस करना चाहते थे लेकिन विपक्ष ने हमेशा पेंच फंसा कर रखा कि प्रधानमंत्री जब तक जवाब नहीं देंगे तब तक बहस नहीं होगी. अविश्वास पत्र लाने का सिर्फ एक कारण है कि प्रधानमंत्री को बोलने के लिए बाध्य करना चाहते थे. विपक्ष राजनीति करने के लिए मुद्दों को उठाते तो हैं लेकिन उसके समाधान पर काम नहीं करते.
'कांग्रेस के नेताओं का पर्चा लेकर घूमते थे'
वहीं, दिल्ली ट्रांसफर पोस्टिंग मामले को लेकर गृह मंत्री द्वारा पेश किए गए बिल पर लोजपा रामविलास के अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष की उपस्थिति दिखाती है कि कितना सोचते हैं, कांग्रेस के नेताओं का पर्चा लेकर घूमते थे कि वह भ्रष्टाचारी हैं, आज उन्हीं का संरक्षण करने के लिए तमाम विपक्षी दल एक साथ हुए और उसके ऊपर बहस हो रही है.
ललन सिंह के बयान पर साधा निशाना
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की भाषा पर भी सवाल खड़ा करते हुए चिराग ने कहा कि जिस तरह की भाषा का प्रयोग ललन सिंह ने संसद में किया यह दर्शाता है कि सदन में नहीं बल्कि सड़क पर किसी से बहस कर रहे हो, जिनके साथ पिछले 15 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं. मुख्यमंत्री बनते रहे पिछले 2 साल की बातों को छोड़ दिया जाए तो उसके बावजूद भी उसी पर सवाल खड़े करते हुए नजर आते हैं.
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