पटना: एनडीए (NDA) के घटक दलों की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) द्वार एलजेपी रामविलास प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) को गले लगाना इन दिनों काफी सुर्खियों में है. इस वाकये की हर तरफ चर्चा हो रही है. वहीं, इस मुद्दे पर चिराग पासवान ने इंडिया टीवी के एक इंटरव्यू में बताया कि वो क्यों प्रधानमंत्री के हनुमान हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री तब मेरे साथ थे जब मैं जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा था. मेरे पिता जब अस्पताल में थे तो वो दिन में दो-दो बार व्यक्तिगत तौर पर मुझे कॉल करते थे. हालचाल सिर्फ नहीं पूछते तो बल्कि डॉक्टर क्या सुझाव दे रहे हैं ये वो मुझे बताते थे. एक परिवार के सदस्य के व्यक्ति के तौर पर जो व्यक्ति मेरे साथ खड़े रहे. इसके बाद मेरे लिए यह बहुत बुरी बात होती कि चुनावी लाभ के लिए मैं उनका विरोध करना शुरू कर देता.


व्यक्तिगत दूरियां कभी नहीं रही- चिराग पासवान 


चिराग पासवान ने कहा कि एक ही समय में जब पिता का निधन हुआ, गठबंधन से बाहर हो गए और फिर बिहार में उस समय ही चुनाव हुआ. तीनों एक साथ ही हुआ. दो दिन पहले जो मेरे साथ खड़े थे और दो दिन बाद उनके खिलाफ मैं बोलने लगता, यह मेरे संस्कार में ही नहीं था. मैंने हमेशा मर्यादा रखी है. राजनीतिक तौर पर भले ही दूरियां रही हैं, लेकिन व्यक्तिगत दूरियां कभी नहीं रही. जब-जब उनकी या उनके कार्यालय की जरूरत पड़ी, वो हमेशा उपलब्ध रहे.


'सार्वजानिक मंच पर छोटी सी झलक देखने को मिला'


एलजेपी रामविलास प्रमुख ने कहा कि इस रिश्ते की दुहाई मैंने हमेशा दी है. पिता रामविलास के जाने के बाद इन दो सालों में बीजेपी से रिश्ते को लेकर कई तरह की ताने भी मारे जाते थे, लेकिन इन दो सालों में इस रिश्ते को मैंने निभाया और प्रधानमंत्री ने भी निभाया है. इसकी छोटी सी झलक उस दिन सार्वजानिक मंच पर देखने को मिला.


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