पटना: एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने 24 सितंबर को बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को एक पत्र लिखा था. पत्र में कहा गया था कि नीतीश कुमार को लेकर बिहार की जनता में आक्रोश है और ये बात बीजेपी के सर्वे में भी सामने आई है. ये भी कहा गया था कि जब कई राज्यों में बीजेपी का मुख्यमंत्री बन गया है तो क्या वजह है कि बिहार में नहीं बना?
इसके साथ ही नीतीश कुमार से नाराजगी की कई वजहें बताई गई हैं. रामविलास पासवान के राज्यसभा के नामांकन के समय नीतीश कुमार का साथ आने में आना कानी करने का जिक्र है. इसके साथ ही ये भी लिखा कि जब सरकार में एलजेपी का मंत्री शामिल करने की बात आई तब नीतीश ने कहा था कि आप लोग ब्राह्मण-ठाकुर के चक्कर में नहीं पड़ें, परिवार का कोई हो यो बताएं. चिट्ठी में यहां तक कहा गया कि अगर नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव हुआ तो एनडीए की हार होगी इसलिए बीजेपी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए.
चिराग पासवान ने अपने पत्र में यह भी दावा किया कि बीजेपी के कई नेता नीतीश कुमार के कामकाज से नाखुश हैं और कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता जहां बढ़ रही है वहीं मुख्यमंत्री की घट रही है. जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने मामले में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वे एक-दो दिनों में विस्तृत जवाब देंगे.
एलजेपी के सूत्रों ने कहा कि पत्र को मीडिया में जारी करने का कारण बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से पार्टी के हटने और 243 सदस्यीय विधानसभा में 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लेने के कारण बताना है. पार्टी ने कहा है कि वह उन सीटों पर चुनाव लड़ेगी जहां जेडीयू के उम्मीदवार खड़े होंगे लेकिन बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी.
नीतीश कुमार कुमार की तरफ से अपने पिता के ‘‘अपमान’’ का मुद्दा उठाते हुए चिराग पासवान ने दावा किया कि पिछले वर्ष उन्होंने उनके राज्यसभा की उम्मीदवारी का समर्थन करने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री को मनाने के लिए रामविलास पासवान उनसे मिलने के लिए बाध्य हुए थे. उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने जिस तरीके से हमारी पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान का अपमान किया उससे एलजेपी के नेता आहत और गुस्से में हैं.’’
नीतीश कुमार ने कुछ यूं किया रामविलास पासवान को याद,कहा- हमारा उनका रिश्ता बेहद पुराना था