Bihar Politics: RJD में घमासान! राजबल्लभ के भतीजे ने पार्टी कार्यालय पर जमाया कब्जा, जगदानंद ने की बड़ी कार्रवाई
Nawada News: प्रदेश प्रवक्ता ने पीसी के दौरान कहा कि पार्टी विरोधी कार्य करने वालों को छह साल के लिए निष्कासित किया गया है. नीति-सिद्धांत के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई की गई है.
नवादा: आरजेडी (RJD) के प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव (Shakti Singh) ने पार्टी के बागियों को कड़ा संदेश दिया है. शनिवार को उन्होंने कहा कि प्रदेश के नवादा जिले में आरजेडी कार्यालय का नया पता होगा. एमएलसी चुनाव के बाद नया कार्यालय खोला जाएगा. अभी जहां पार्टी कार्यालय चल रहा है, वह किसी की निजी संपत्ति है. भवन के मालिक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में पार्टी बागियों से दूरी बनाएगी.
कार्यालय से पार्टी का लेना देना नहीं
शक्ति सिंह ने पार्टी के बागी प्रत्याशी को चेतावनी देते हुए कहा, " बागी अगर आरजेडी कार्यालय के नाम पर विधान परिषद चुनाव कंडक्ट करते हैं, तो ये कानूनी तौर पर अवैध है और आरजेडी हर विषयों पर विचार कर रहा है. जिस कार्यालय में निर्दलीय प्रत्याशी का बैनर-पोस्टर लगा है, उस कार्यालय से पार्टी को कोई लेना-देना नहीं है."
प्रदेश प्रवक्ता ने पार्टी प्रत्याशी श्रवण कुमार के साथ पीसी के दौरान कहा कि पार्टी विरोधी कार्य करने वालों को छह साल के लिए निष्कासित किया गया है. नीति-सिद्धांत के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई की गई है. गौरतलब है कि वर्तमान में पार्टी के जिला कार्यालय में आरजेडी के बागी प्रत्याशी अशोक यादव का पोस्टर लगा है. ऐसे में आरजेडी के पार्टी कार्यालय को लेकर राजनैतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाओं का दौर था. हालांकि, आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता ने साफ कर दिया है कि जल्द ही नवादा में आरजेडी का नया ठिकाना होगा.
अब तक आठ लोगों को किया निष्कासित
बता दें कि नवादा में आरजेडी नेताओं का बगावत जारी है. दुष्कर्म के आरोपी राजबल्लभ प्रसाद यादव के भतीजे अशोक यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में एमएलसी चुनाव के मैदान में खड़े हैं. टिकट नहीं मिलने के बाद अशोक यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया और नामांकन दाखिल के बाद लगातार चुनाव के मैदान में डटे हैं.
नवादा आरजेडी में मचे बवाल के कारण आरजेडी की ओर से अब तक पार्टी के 8 लोगों को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. इसके बावजूद आरजेडी के कार्यालय में निर्दलीय प्रत्याशी अशोक यादव की बैनर लहरा रही थी, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्रवाई करते हुए ये फैसला लिया है.
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