पटना: बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है. इसी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस महासचिव और पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कृषि बिल के बहाने केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की नीतीश सरकार को आड़े हाथ लिया.


25 को किसानों के आंदोलन में कांग्रेस भी होगी शामिल


उन्होंने कहा कि तीन काले कानून लागू करवाकर नरेंद्र मोदी, सुशील मोदी और नीतीश कुमार किसान के फसल को बर्बाद कर रहे हैं. नीतीश और मोदी जी कसम किसानों की खाते हैं, लेकिन काम पूंजीपतियों की करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी और नीतीश जी मिलकर बिहार के साथ-साथ देश को भी बर्बाद कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि 25 सितम्बर को किसानों के आंदोलन में उनकी पार्टी की भी भागीदारी रहेगी.


सुशांत मामले में बने स्पेशल कोर्ट


सुशांत सिंह राजपूत मामले पर सुरजेवाला ने कहा, वो इस देश के बेटे थे, पूरा देश उनका सम्मान करता है. इस मामले की जांच सीबीआई और भारत की कई बड़ी एजेंसियां कर रही हैं. हमें न्याय का इंतेज़ार करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है कि स्पेशल कोर्ट बैठाकर दोषियों को तीन महीने के अंदर सजा दी जाए.


मुख्यमंत्री के चेहरे पर चर्चा नहीं


आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे पर माथापच्ची जारी है. ऐसे में मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. वहीं, तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, अभी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है. इस मसले को हम जल्द सुलझाकर आपके सामने आएंगे.


महागठबंधन को कभी भी कर सकते हैं बाय-बाय


आपकों बता दें कि पिछले दिनों ही महागठबंधन की घटक दल रही "हिंदुस्तान अवाम मोर्चा" ने महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए के साथ चलने का फैसला किया है. दूसरी तरफ आरएलएसपी के भी तल्ख तेवर देखे जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा कि सीट समझौते पर तेजस्वी से नाराज चल रहे आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा कभी भी महागठबंधन को टाटा बाय-बाय कर सकते हैं.


एलजेपी से बात नहीं करेगी जेडीयू


वहीं दूसरी तरफ एनडीए में भी सीट बंटवारे को लेकर रस्साकसी जोरों पर है. एनडीए की सहयोगी एलजेपी ने भी सीट को लेकर बगावत का रास्ता अपना लिया है. एलजेपी चीफ चिराग पासवान का नीतीश कुमार के खिलाफ तीखा तेवर यही बता रहे हैं कि एनडीए में कुछ ठीक नहीं चल रहा. सूत्रों से खबर मिल रही है कि जेडीयू ने यह साफ कर दिया है कि वो सीट शेयरिंग के मसले पर एलजेपी से बात नहीं करने वाली. सीट शेयरिंग को सुलझाने के लिए जेडीयू ने भाजपा के पाले में गेंद फेंक दिया है.


बीजेपी ने दिया चिराग को अल्टीमेटम


इधर, खबर मिल रही है कि अब बीजेपी ने भी सीट मसले पर एलजेपी को अल्टीमेटम दे दिया है. बीजेपी ने साफ कह दिया है कि वो एलजेपी को 25 सीटों से ज्यादा नहीं देगी. इस गहमागहमी से साफ है कि चिराग पासवान की परेशानी बढ़ने वाली है. आपको बता दें कि पहले से ही एलजेपी और जेडीयू में नोंक-झोंक का दौर चल रहा है. ऐसे में अगर बीजेपी भी एलजेपी से मुंह मोड़ लेती है तो चिराग को गठबंधन से अलग रास्ता अपनाना होगा.