गांधी सेतु का अपस्ट्रीम लेन शुरू, अब गंगा पार करना होगा आसान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संयुक्त रूप से बिहार के बेहद महत्वपूर्ण पुल गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के सुपर स्ट्रक्टर का उद्घाटन किया.
पटना: सूबे के मुखिया नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को पटना स्थित गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु के अपस्ट्रीम लेन के सुपर स्ट्रक्चर का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रिमोट के माध्यम से किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को महात्मा गांधी सेतु के स्ट्रीम लेन के सुपर स्ट्रक्चर के लोकार्पण होने पर धन्यवाद देता हूं. इस नए हिस्से के निर्माण से जब लोग गुजरेंगे तो उन्हें एक नई तरह की अनुभूति होगी. उन्होंने बताया कि इसके दूसरे हिस्से का निर्माण डेढ़ वर्ष में पूरा हो जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से घोषित पैकेज के तहत कई योजनाओं पर काम शुरू हुआ है और शेष पर काम शुरू किए जाने हैं, जिसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत कई पुलों और पथों का निर्माण केंद्र सरकार की ओर से किया जा रहा है. विक्रमशिला सेतु के समानान्तर फोर लेन ब्रिज का काम शुरू की प्रक्रिया शुरू की गई है, इसके लिए बधाई देता हूं.
उन्होंने बताया कि बक्सर से वाराणसी को सीधे फोर लेन से जोड़ा जाए, इससे वाराणसी तक का आवागमन आसान हो जाएगा. मोकामा से लखीसराय होते हुए मुंगेर तक एनएच-80 दो लेन का है, इसे भी फोर लेन में परिणत किया जाए. मुजफ्फरपुर से बरौनी एनएच-28 और खगड़िया से पूर्णिया तक को फोर लेन किया जाए. बिहार सरकार की ओर से सुल्तानगंज से आगवानी घाट तक पुल का निर्माण पूर्ण होने से इस पथ पर आवागमन आसान होगा. मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी-सोनवर्षा एनएच-77 को भी फोर लेन में परिणत किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण इस पुल का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जा रहा है. केंद्र सरकार की ओर से जारी गाईडलाइन का हमलोग पूरी तरह से पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग की काफी संभावनाएं हैं. राज्य सरकार ने उद्योग नीति में परिवर्तन किया है. हमलोगों का उद्देश्य है मजबूरी में रोजगार के लिए किसी को बिहार से बाहर न जाना पड़े. राज्य का जनसंख्या घनत्व 1100 से अधिक है, जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है.
उन्होंने कहा कि राज्य का पिछले 10 वर्ष से विकास दहाई अंक में है. लोगों की व्यक्तिगत आय में भी वृद्धि हुई है. वर्ष 2005 में राज्य का फर्टिलिटी रेट 4.3 था, जो अब घटकर 3.2 हो गया है. राज्य में जनसंख्या नियंत्रण के लिए लड़कियों को शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के लिए और फंड की गुंजाईश की जाए, जिससे बिहार को काफी फायदा होगा. सड़क, पुल का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग में और कार्य किए जाएंगे तो बिहार की और तरक्की होगी.