CM नीतीश ने राजगीर में बन रहे गुरुद्वारे का किया निरीक्षण, जल्द काम पूरा करने का दिया निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस साल नवंबर तक यह बनकर तैयार हो जाएगा. ऐसे में जो श्रद्धालु पटना साहिब आएंगे, वे राजगीर भी आएंगे. उन्होंने कहा कि जब तक पृथ्वी रहेगी लोगों के मन में राजगीर के प्रति श्रद्धा बरकरार रहेगी.
नालंदा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को राजगीर पहुंचे. राजगीर में उन्होंने ‘गुरुद्वारा श्री नानक देव’ शीतलकुंड का परिभ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारे में मत्था टेका और राज्य की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की. परिभ्रमण के दौरान उन्होंने गुरुद्वारे के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया और जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में गुरुद्वारा श्री गुरुनानक देव शीतलकुंड का शिलान्यास किया गया था. ऐसे में जिस दिन इस गुरुद्वारे का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा उस दिन मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी.
पटना आने वाले लोग आएंगे राजगीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल नवंबर तक यह बनकर तैयार हो जाएगा. ऐसे में जो श्रद्धालु पटना साहिब आएंगे, वे राजगीर भी आएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि देश-विदेश से भी लोग राजगीर आएंगे और यहां की कई अद्भुत चीजों को देखेंगे. उन्होंने कहा कि राजगीर में सभी धर्म के लोग आस्था प्रकट करने के लिए आते हैं.
सीएम नीतीश ने कहा कि इस पौराणिक और ऐतिहासिक स्थल के प्रति सबके मन में सम्मान है. राजगीर मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी. जब तक पृथ्वी रहेगी लोगों के मन में इस अद्भुत स्थल के प्रति श्रद्धा बरकरार रहेगी.
गुरुद्वारे से जुड़ी मान्यता
दरअसल, राजगीर का गर्म कुंड अपने आप में अनोखा है. वर्ष 1506 ई. में श्री गुरुनानक देव जी राजगीर आए थे. उस समय गुरुनानक देव जी से लोगों ने आग्रह किया कि यहां सभी गर्म कुंड हैं, एक शीतल कुंड भी होना चाहिए. गुरुनानक देव जी जिस कुंड में खड़े हुए, तत्काल ही वह कुंड शीतल हो गया, जो आज शीतल कुंड के रुप में जाना जाता है. यह अपने आप में यूनिक है.
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