पटना: सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने शुक्रवार को लोहिया पथ चक्र परियोजना का निरीक्षण किया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान लोहिया पथ चक्र परियोजना के अंतर्गत सर्कुलर रोड जंक्शन, पुनाईचक जंक्शन, हड़ताली मोड़ जंक्शन के पास मल्टी जंक्शनल ट्रैफिक व्यवस्था के लिए संरचनात्मक निर्माण कार्य का जायजा लिया.


निरीक्षण के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि दस साल पहले ही आईआईटी दिल्ली की एक परियोजना को देखकर उनके मन में यह बात आई थी कि सभी जगह सड़क और पुल का कितना निर्माण हो रहा है. इसके बाद उन्होंने देखा कि यह (बेली रोड) पूरा का पूरा इलाका ऐसा है जहां ट्रैफिक का दबाव आने वाले दिनों में बढ़ता चला जाएगा, तो उन्होंने ऐसा एक सिस्टम बनाना चाहिए जिसमें कोई भी कहीं जाना चाहता हो तो उसका एक अलग रास्ता हो और उसी के हिसाब से यह काम किया जा रहा है.


सीएम नीतीश ने बताया कि लोहिया पथ चक्र बनने के बाद 49 रास्ते अलग-अलग बनेंगे. सभी जगहों के कांसेप्ट को देखते हुए इसका काम शुरू किया गया. लेकिन काम शुरू होने के बाद कुछ परेशानी आयी और फिर उसका समाधान भी निकाला गया. इसलिए काम में थोड़ी देरी हुई है. जितनी तेजी से काम होना चाहिए था, उतना तेजी से नहीं हो पाया है.


उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि काम तेजी से होगा. लेकिन ऐसा अभी तक क्यों नहीं हुआ, इस संबंध में हमने क्वेरी की डिटेल मंगाया. इसके बाद आज खुद आकर निरीक्षण किया. हालांकि, लोगों ने मुझे आश्वस्त किया है कि यह वाला पार्ट जून माह के अंत तक पूरा हो जाएगा. वहीं, आगे का भी जो भी काम है, अगले साल दिसंबर माह तक पूरा हो जाएगा.


उन्होंने कहा कि जब यह पूरा तैयार हो जाएगा, पूरी तरह से फंक्शनल हो जाएगा तो उन्होंने इसके सुरक्षा के भी इंतजाम के लिए कहा है. यह एक नया कांसेप्ट है. उन्हें भरोसा है कि अगर यह परियोजना सफल हुई तो दूसरे राज्य के लोग भी आकर इसे देखेंगे और अपने राज्य में इसका निर्माण कराएंगे. ये इतना उपयोगी होगा कि इसे सभी जगह इम्प्लीमेंट किया जाएगा.