पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मणिपुर में हो रही हिंसा के मद्देनजर वहां रहने वाले बिहार के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को मणिपुर के मुख्य सचिव से वार्ता कर वहां रह रहे बिहार के लोगों की समुचित सुरक्षा सुनिश्चित कराने हेतु निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मणिपुर में रह रहे बिहार के ऐसे लोग जो वापस बिहार आना चाहते हैं, उन्हें वापस लौटने में मुख्य सचिव फैसिलिटेट कराएं ताकि वे सुरक्षित बिहार वापस आ सकें.


मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा


बता दें कि पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है. मणिपुर की सरकार ने बेहद विषम परिस्थिति में हिंसा करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है. तीन मई को मणिपुर हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद से पूरा राज्य हिंसा की आग में समा गया है. बीते दो दिनों में भीड़ ने प्रदेश के गांवों पर हमला किया, घरों में आग लगा दी, दुकानों में तोड़फोड़ की. माता-पिता इतने डरे हुए थे कि उन्होंने बच्चों को नींद की दवाइयां दे दीं ताकि वे रोएं नहीं. निवासियों को डर है कि आने वाले दिनों में हमले और बढ़ेंगे और खून-खराबा बड़े पैमाने पर हो सकता है.


न्यायालय के इस फैसले को लेकर भड़की हिंसा


मणिपुर उच्च न्यायालय ने पिछले महीने राज्य सरकार को कहा था कि वह मैतेई समुदाय के एसटी दर्जे की मांग पर 4 सप्ताह के भीतर केंद्र को एक सिफारिश भेजे. इसके बाद ही आदिवासी एकजुटता मार्च का आयोजन किया गया था. वहीं, बहुसंख्यक मैतेई समुदाय की मांग थी कि उनको भी एसटी का दर्जा दिया जाए. इसके खिलाफ आदिवासी लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और हिंसा भड़क गई. 8 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है जबकि 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.


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