पटना. बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण 15 मई तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. बिहार की जनता को लग रहा है कि सीएम नीतीश फिलहाल लॉकडाउन जैसे फैसले नहीं लेगे. दरअसल नीतीश कुमार लगातार प्रवासी बिहारियों को अपने राज्य लौटने की अपील कर चुके हैं. नीतीश कुमार का प्रवासियों को बुलाने के पीछे क्या रणनीति है इस रिपोर्ट में जानेंगे.
बीते साल लगा था लॉकडाउन
बीते साल यानी 2020 में पूरे देश में लॉकडाउन लगा था. प्रवासी मजदूर खाली हाथ बेबस होकर बिहार लौट रहे थे. कोई साइकिल से तो कोई मोटरगाड़ी से. और तो और कई लोगों ने पैदल ही सफर तय कर लिया. इस दौरान कई लोगों की जान भी गई. पेट की मार के लिए जो लोग शहर गए थे उन्हें अपना घर याद आने लगा था. ये वोही वक्त था जब बिहार के मुख्यमंत्री ने गाइडलाइन का हवाला देते हुए बिहार में प्रवेश से रोक लगाने का निर्देश दे दिया था. इस बार वे कोई गलती नहीं करना चाहते.
तेजस्वी की सलाह
मुख्यमंत्री की अपील से एक ही सवाल लोगों के दिमाग में घूम रहा कि जिस तरह से बिहार में कोरोना के मामले आ रहे हैं ऐसे में सरकार क्या फैसला लेगी. इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार को सलाह दी है कि अगर लॉकडाउन की नौबत आती है तो बाहर फंसे लोगों को बुला लिया जाए.
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