(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'दंगाइयों को उल्टा..', गृह मंत्री के दिए बयान पर CM नीतीश ने याद दिलाई 2017 वाली घटना, नेता के बेटे की गिरफ्तारी की वो कहानी
Nitish Kumar Statement: सीएम नीतीश कुमार इन दिनों बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. वहीं, मंगलवार को उन्होंने कई मुद्दोंं को लेकर मीडिया से बातचीत की और बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कौटिल्य मार्ग के चौराहे पर जगजीवन राम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी जयंती उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की. मीडिया के कई सवालों का उन्होंने जवाब दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा दंगाइयों को उल्टा लटकाकर सीधा करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप भूल गए जब 2017 में फिर हम इनलोगों के साथ गए थे तो एक घटना हुई थी उसमें एक नेता का बेटा शामिल था, तो उसको भी हम अरेस्ट करवाए थे. ये लोग कभी कुछ किए हैं.जो यहां हुआ है आप सभी लोगों को मालूम है. एक-एक आदमी को पता है कि प्रारंभ से ही हमने क्या-क्या किया है.
बिहार में माहौल खराब करने की कोशिश की गई- नीतीश कुमार
सासाराम बिहारीशरीफ हिंसा पर पूछे गये प्रश्न को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में हिंसा कराई गई. माहौल खराब करने की कोशिश की गई. कभी यहां कुछ होता ही नहीं है सबलोग यहां अलर्ट रहते हैं, अगर अचानक कहीं कुछ किया गया है तो उसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. हमलोग भी पूरी नजर बनाए हुए हैं. प्रशासन ने सही तरीके से सबकुछ संभाला है. सब कुछ जानबूझकर कराया गया गया.हिंसा की जांच जारी है.जल्द ही हिंसा का सच सामने आएगा.
केंद्रीय गृह मंत्री पर सीएम ने बोला हमला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीजेपी का दरवाजा हमेशा के लिए बंद हो जाने वाले बयान पर पत्रकारों के पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी बातों का नोटिस नहीं लेते हैं. उनका कौन दरवाजा है? कोई दरवाजा है. नालंदा जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा तो मेरी जगह ही है. हम यहीं से सभी से बात कर लेते हैं. कुछ खास नहीं है, अब तो सब नॉर्मल हो गया है. हम तो ऐसे जाते ही रहते हैं सबको पता है कि वहां हम कितना काम करवाए हैं.
'रूलिंग पार्टी के वो एजेंट हैं'
वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दंगा से बीजेपी और जदयू दोनों को फायदा होता है के सवाल का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि केंद्र में जो रूलिंग हैं उन्हीं के वो एजेंट हैं. जिन पार्टियों के बड़ी संख्या में एमपी हैं उनसे ज्यादा असदुद्दीन ओवैसी का न्यूज छपता है पूरे देशभर में कहां के रहने वाले हैं और कहां न्यूज छपता है. उनका यहां कुछ है? बहुत पहले जब हम अलग हुए थे तब श्री ओवैसी हमसे मिलना चाहते थे, तो हमने मना कर दिया था.
विपक्षी एकता पर भी सीएम बोले
विपक्षी एकता पर पत्रकारों के पूछे गए सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि हम प्रयासरत हैं. जो कुछ भी होगा बाद में सब आपलोगों के नॉलेज में आ जाएगा. वहीं, फेडरल सिस्टम में मुख्यमंत्री से बातचीत करने का प्रावधान होता है का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश के संविधान को जरा देख लीजिए. शुरू से बना है कि जो भी गवर्नर होते हैं तो क्या केवल उन्हीं से बात की जाती है? या सरकार से कोई बातचीत की जाती है. यह कानून बना हुआ है कि राज्य सरकार की सहमति से कुछ होता है जो लोग बोल रहे हैं वो कितना दिन से राजनीति में हैं और हमलोग कितना दिन से राजनीति में हैं.
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