Nitish Kumar: लालू-राबड़ी राज में अस्पताल की बदहाली पर इशारों-इशारों में CM नीतीश का वार, अपनी मां के इलाज की दास्तान सुनाई
Nitish Kumar Statement: सीएम नीतीश कुमार कार्डियोलॉजीकल सोसायटी ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम में शनिवार को पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पहले अस्पतालों की व्यवस्था को लेकर बयान दिया.
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शनिवार को एक निजी होटल में कार्डियोलॉजीकल सोसायटी ऑफ इंडिया के बिहार इकाई के दो दिवसीय 29वें वार्षिक सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में लालू-राबड़ी (Lalu-Rabri) राज में अस्पताल की स्थिति बताई. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान का पहले बहुत बुरा हाल था. एक बार जब मैं सांसद था तो मेरी मां की तबीयत खराब हो गई थी और तब मैं मां को लेकर आईजीआईसी (IGIC) आया था, लेकिन वहां पर बहुत हल्ला हो रहा था और सफाई आदि की भी अच्छी व्यवस्था नहीं थी, बाद में जब हमलोगों की सरकार बनी तो मैंने सबसे पहले वहां की व्यवस्था को दुरुस्त करवाया. जब भी मुझे कहीं कोई कमी दिखाई पड़ती है तो उसे मैं ठीक करवाता हूं.
पीएमसीएच का पहले से काफी नाम है- नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा कि अब पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल को भी बड़ा और अच्छा बनवाया जा रहा है. पीएमसीएच को 5462 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश अस्पताल बनाया जा रहा है ताकि मरीजों का इलाज और बेहतर ढंग से हो सके. इस अस्पताल का पहले से काफी नाम है. यहां से पढ़े हुए लोग चिकित्सा के क्षेत्र में देश-विदेश में नाम कर रहे हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में तथा देश के बाहर भी जब मैं कहीं जाता हूं तो यहां से पढ़े हुए कई डॉक्टर मिल जाते हैं. उन्होंने कहा कि हम सरकार में आए तो आईजीएमएस को भी बेहतर बनवाया, वहां की व्यवस्था को ठीक किया गया.
'पहले सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए लोग नहीं आते थे'
वहीं, इस कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश से चिकित्सक आए हुए हैं और वे इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं, यह बहुत खुशी की बात है. हम लोगों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम किया है. हृदय रोग के इलाज के लिए अच्छी और विशेष व्यवस्था की गई है. पहले इसपर कोई ध्यान नहीं देता था. पहले सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए नाममात्र के लोग आते थे, लेकिन अब प्रखंड स्तर पर भी इलाज की बेहतर व्यवस्था हो जाने से काफी लोग सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं. बता दें कि इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से हृदय रोग विशेषज्ञ शामिल हुए हैं.