पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को हज यात्रियों की रवानगी के पूर्व हज भवन में आयोजित दुआईया मजलिस में शिरकत की. इस दुआईया मजलिस कार्यक्रम में बिहार राज्य हज कमिटी के चेयरमैन अब्दुल हक ने मुख्यमंत्री को फूलों का गुलदस्ता, टोपी एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया. दुआईया मजलिस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस अवसर पर मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं. हज यात्रियों की रवानगी के लिये कार्यक्रम आयोजित होता है. मुझे अनेक बार इस कार्यक्रम में आने का मौका मिला है. इस कार्यक्रम में शामिल होकर बेहद खुशी हो रही है. पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण हज यात्रा में लोग नहीं जा सके थे. इस बार पहले से कम लोगों को हज यात्रा पर जाने की इजाजत मिली है.
सीएम ने कहा कि आप सब पवित्र जगह पर जा रहे हैं. आपको वहीं से अवसर मिला है, आप सभी खुश तरफ किस्मत है कि आपको बुलावा आया है. मुझे प्रसन्नता हो रही है. हमलोगों की से आपकी सहूलियत और सुविधा को ध्यान में रखते हुये हरसंभव व्यवस्था की गयी है. राज्य सरकार के 14 अधिकारियों एवं कर्मियों को भी वहां भेजा जा रहा है ताकि यात्रा एवं वहां रहने के दौरान हज यात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो. हज यात्रियों के लिए निःशुल्क कोरोना टीकाकरण एवं स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि यहां से कोलकाता ट्रेन से जाने को लेकर भी प्रबंध किया गया है. कोलकाता हज हाउस में आवासन, भोजन एवं कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है. यात्रा संबंधी सभी औपचारिकतायें भी पूरी की गयी है.
इस दौरान अब्दुल हक ने कहा इस बार 65 साल से अधिक उम्र वालों को हज पर जाने की है. हज पर जाने की इच्छा सबकी होती है, किन्तु जाते वही हैं, जिनको वहां से बुलावा आता है. हज यात्रा के दौरान आपकी सुविधा को लेकर हमलोगों ने प्रबंध किया है. मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आप सबको वहां जाने का मौका मिला है. आप सब वहां जाकर का भी उत्थान करे कि आपके परिवार के साथ ही बिहार एवं देश का उत्थान हो. आपस में प्रेम एवं भाईचारे का भाव रहे. दुआईया मजलिस को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान और मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने भी संबोधित किया.