Muzaffarpur Crime News: मुजफ्फरपुर में यौन उत्पीड़न के एक मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वतः संज्ञान लिया है. एनएचआरसी ने बिहार सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को उस खबर को लेकर नोटिस भेजा है जिसमें कहा गया है कि मुजफ्फरपुर जिले में एक निजी नेटवर्क कंपनी में काम करने वाली कई महिलाओं को कंपनी के संचालक ने नशीली गोलियां दीं और शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया.


आयोग ने एक बयान में कहा कि पीड़ित लड़कियों की संख्या कथित तौर पर सौ से अधिक बताई गई है. मीडिया में आई एक खबर का स्वत: संज्ञान लिया गया है जिसमें कहा गया है कि, "बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक निजी नेटवर्क कंपनी में काम करने वाली कई महिलाओं को कंपनी के संचालक ने नशीली गोलियां दीं, पिटाई की और शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया."


बयान में यह भी कहा गया है कि, "कंपनी के खिलाफ बिहार के विभिन्न जिलों में कथित तौर पर बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है." इसमें कहा गया है कि कंपनी की बिहार, उत्तर प्रदेश और नेपाल में कई जगहों पर शाखाएं हैं.


आयोग ने कहा, "18 जून को मीडिया में आई खबर के अनुसार, मुजफ्फरपुर, सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, सीवान, गोपालगंज समेत बिहार के 10 से अधिक जिलों में लड़कियों का शारीरिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है."


17 जून को मुजफ्फरपुर से सामने आया था मामला


बता दें कि पूरा मामला मुजफ्फरपुर के अहियापुर इलाके का है. कई लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बंधक बनाया गया था. उनके साथ मारपीट की गई और फिर उनका यौन शोषण भी किया गया. इसमें से एक युवती ने अहियापुर थाने में मामला दर्ज कराया तो हकीकत सामने आई. अब इस मामले में एनएचआरसी ने संज्ञान लिया है.


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