पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में शुक्रवार को अल्प वर्षापात से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया. बैठक में मुख्यमंत्री को भारत मौसम विज्ञान के प्रतिनिधि ने राज्य में वर्षापात की स्थिति की जानकारी दी. वहीं, इस बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं ताकि उन्हें कृषि कार्य में सहूलियत हो. संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी. राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. राज्य के 75 प्रतिशत लोगों की आजीविका का आधार कृषि है.


'कृषि कार्य हेतु 12 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं'


सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कृषि कार्य हेतु किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध करायें. साथ ही कृषि कार्य हेतु 12 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं. जल संसाधन विभाग नहरों के अंतिम छोर तक कृषि कार्य हेतु पानी पहुंचाना सुनिश्चित करे और लगातार इसकी मॉनिटरिंग करें. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सप्ताह में होनेवाली बैठक नियमित रूप से हो और हर स्थिति पर नजर बनाए रखें.


बैठक में कई अधिकारी रहे मौजूद


मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों के क्रियान्वयन की सतत् निगरानी करते रहें. लोगों के लिए पेयजल की उपलब्धता हमेशा रहे, यह सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि सभी संबद्ध विभाग पूरी तरह अलर्ट रहे. धान रोपनी समय पर हो जाए, इसके लिए जल संसाधन विभाग एवं लघु जल संसाधन विभाग सिंचाई हेतु आवश्यक प्रबंध करे. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भी स्थिति पर नजर बनाये रखे. वहीं, इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.


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