पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सूबे की दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं पहला पटना रिंग रोड परियोजना और दूसरा निर्माणाधीन कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने पटना रिंग रोड परियोजना के कन्हौली से अजमा तक निर्माणाधीन पथ का जायजा लिया और पटना रिंग रोड के कामों की समीक्षा भी की.



मालूम हो कि पटना रिंग रोड 137 किलोमीटर लंबा, लगभग 15,000 करोड़ की लागत से बनने वाली परियोजना है, जो राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के सहयोग से बन रही है. इस परियोजना में गंगा नदी पर दो पुल बनाए जाने हैं और 6-लेन सड़क बनाई जानी है. बता दें कि है कि बिहटा-सरमेरा, एनएच-78 की कुल लंबाई 95 किलोमीटर है. इसके शुरूआती 39 किलोमीटर में कन्हौली से लेकर रामनगर तक पटना रिंग रोड के दक्षिणी हिस्से का निर्माण होना है.


राज्य सरकार की ओर से इस हिस्से के कन्हौली से डुमरी तक पथ को 10 मीटर चैड़ा बनाया जा रहा है, जिसमें सदीसोपुर और डुमरी में आरओबी का निर्माण किया जा रहा है. पटना रिंग रोड के पैकेज-1 कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर लंबा अतिरिक्त 6-लेन रोड एनएचएआई की ओर से बनाया जाएगा. इस प्रकार कन्हौली से रामनगर तक 8-लेन एनएचएआई चौड़ा पथ बनेगा.


कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर लंबे 6-लेन पथ निर्माण के लिए निविदा जारी की गयी है, जिसमें 7 निविदायें मिली हुई हैं. इसका जल्द निर्माण काम शुरू हो जाएगा. इस प्रकार कन्हौली से रामनगर 38 किलोमीटर लंबा 8-लेन चैड़ा पथ दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में निर्माण काम में और तेजी लाने और अवशेष लंबाई में भू-अर्जन को जल्दी पूरा करने का निर्देश दिया है.


मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पटना रिंग रोड जिस-जिस स्थान पर राष्ट्रीय उच्च पथ या राज्य उच्च पथों से मिलेगा उन सभी जगहों पर रिंग रोड को एलिवेट करके बनाया जाए ताकि जाम की समस्या नहीं रहे. इन सभी जंक्शनों पर फलाई ओवर बनाने का भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया.


निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अजमा गांव के ग्रामीणों से बातचीत की, उनकी समस्याओं को सुना और इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद ग्रामीणों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने की अपील की.


मुख्यमंत्री ने कच्ची दरगाह-विदुपुर, 6-लेन पुल का भी निरीक्षण किया. सबलपुर में निर्माणाधीन कामों को भी मुख्यमंत्री ने देखा. निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि लगभग तीन हजार से अधिक मजदूर वहां कार्यरत हैं और सभी 67 पायों में काम चल रहा है. निर्माण काम की प्रगति भी तेज है. सम्पूर्ण 19.5 किलोमीटर पथांश में भूमि की उपलब्धता करा दी गई है. दिसम्बर 2021 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.


मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में निर्देश देते हुए कहा कि उत्तरी छोर से इस पथ को वैशाली तक जोड़ा जाए, साथ ही पूर्व की ओर ताजपुर तक जोड़ा जाए ताकि बख्तियारपुर-ताजपुर परियोजना से भी इसका सम्पर्क हो सके. उन्होंने कहा कि वैशाली तक सम्पर्कता हो जाने से पर्यटकों को सहूलियत होेगी.


निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग अमृत लाल मीणा, सचिव परिवहन संजय कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक पटना रेंज संजय सिंह, जिलाधिकारी कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत पथ निर्माण विभाग के अन्य अधिकारी, सीनियर इंजीनियर मौजूद थे.