नीतीश सरकार में फिर से लगेगा जनता दरबार, डिप्टी सीएम और मंत्री सुनेंगे जनता की फरियाद
तारकिशोर प्रसाद ने सरकारी आवास मिलते ही हर मंगलवार को अनौपचारिक रूप से जनता दरबार लगाने का कार्यक्रम शुरू भी कर दिया है और अब भाजपा कोटे से सरकार में मंत्री बने नेता भी अपने-अपने विभाग को लेकर जनता दरबार जल्द ही शुरू करेंगे.
पटना: नीतीश सरकार के पार्ट-4 में नए साल में फिर से लगेगा जनता का दरबार.एनडीए की सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के साथ जनता दरबार की जो परिपाटी शुरू की, उसे अब नीतीश सरकार फिर से शुरु करने की कवायद तेज हो गई है. इसी कड़ी में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सरकारी आवास मिलते ही हर मंगलवार को अनौपचारिक रूप से जनता दरबार लगाने का कार्यक्रम शुरू भी कर दिया है और अब भाजपा कोटे से सरकार में मंत्री बने नेता भी अपने-अपने विभाग को लेकर जनता दरबार जल्द ही शुरू करेंगे.
बीजेपी कार्यालय में जल्द शुरू होगा 'सहयोग' कार्यक्रम
बीजेपी कोटे के मंत्री पहले की परिपाटी को दुहराते हुए बीजेपी ऑफिस में सप्ताह में एक दिन बारी-बारी से लगाएंगें जनता दरबार. पार्टी की ओर से इस कार्यक्रम को 'सहयोग' का नाम दिया गया है. बताते चलें कि साल 2005 और 2010 के कार्यकाल में भी बीजेपी की ओर से अपने मंत्रियों का ऐसा कार्यक्रम पार्टी कार्यालय में निर्धारित किया जाता रहा है. इस कार्यक्रम शुरुआत बहुच हद तक सफल भी रहे थे और इसी के तर्ज पर 2017 में बीजेपी जब फिर से नीतीश सरकार में शामिल हुई तो इसकी शुरुआत हुई, लेकिन 2019 आते-आते जैसे-जैसे पार्टी की कमान ढीली पड़ती गई, मंत्रियों ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाना बंद कर दिया. मगर पार्टी की करफ से इस बार फिर से मंत्रियों के लिए कार्यक्रम तय कर दिए गए हैं.
नए साल में शुरू होगा जनता दरबार
बीजेपी के आधिकारिक सूत्रों की माने तो नये साल के जनवरी महीने से इस सहयोग कार्यक्रम को शुरू किया जाना है. फिलहार सरकार में बीजेपी कोटे से 7 मंत्री हैं, जो बारी-बारी से तय दिन को पार्टी कार्यालय के इस जनता दरबार में बैठेंगे. मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जब मंत्रियों की संख्या बढ़ जाएगी तो हर दिन दो-दो मंत्री कार्यालय में बैठ कर कार्यकर्ता और जनता की फरियाद सुनेंगे और उसके निवारण की दिशा में भी पहल करेंगें.